Rajasthan

खाटू श्याम के पास बना है शिव मंदिर, नंदी के कान में बोलते ही पूरी होती है मनोकामना, 600 साल पुरानी है मूर्ति

Last Updated:May 16, 2025, 19:06 IST

Khatu Shyam Mandir: राजस्थान के सीकर में बाबा खाटू श्याम के मंदिर के पास शिव मंदिर है. जहां नंदी की 600 साल पुरानी मूर्ति है. मान्यता है कि इस मंदिर में अगर कोइ भक्त नंदी के कान में बोलता है तो उसकी हर मनोकामना…और पढ़ेंखाटू के पास बना है शिव मंदिर, नंदी के कान में बोलते ही पूरी होती है मनोकामना

नंदी की मूर्ति.

सीकर. राजस्थान के सीकर जिला मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर हर्ष पर्वत पर एक विशाल नंदी की मूर्ति है. नंदी की यह मूर्ति अपने चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है. मंदिर पुजारियों के अनुसार यह राजस्थान की सबसे बड़ी नंदी की मूर्ति है. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि अगर कोई भक्त नंदी की मूर्ति के कान में अपनी मनोकामना कहता है, तो वह पूरी होती है. इस विश्वास के कारण हजारों श्रद्धालु यहां आकर अपनी इच्छाए नंदी के कान में बताते हैं. नन्दी के अलावा यहां भगवान शिव, गणेश, विष्णु, भैरव सहित अनेक देवी देवताओं के भी मंदिर मौजूद है. यहां स्थित भगवान शिव का मंदिर देश के सबसे प्राचीन शिव मंदिरों में से एक है. लेकिन इस मंदिर को मुगल बादशाह औरंगजेब ने तोड़ दिया था.

600 साल पुरानी नंदी की मूर्तिहर्ष पर्वत पर स्थापित भगवान शिव के वाहन नंदी की मूर्ति लगभग 600 साल पुरानी है. इसे राजस्थान की सबसे बड़ी नंदी प्रतिमाओं में से एक कहा जाता है. यह मूर्ति सफेद पत्थर से बनी है और इसकी भव्यता देखने लायक है. हर्ष पर्वत पर स्थित यह स्थान न केवल धार्मिक बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. आपको बता दें कि हर्षनाथ मंदिर 10वीं शताब्दी का बताया जाता है और यहां का वास्तुशिल्प अद्भुत है. यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है और पर्वत की चोटी से आसपास का मनोरम दृश्य दिखाई देता है.

औरंगजेब ने तोड़ दिया था मंदिर हर्ष नाथ मंदिर के पुजारी विजय कुमार ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण 10वीं शताब्दी में चौहान वंश के शासकों की ओर करवाया गया था. मुगल बादशाह औरंगजेब (1658–1707 ई.) के शासनकाल में इस मंदिर को तोड़ दिया गया था. आज भी इसके प्रमाण इस मंदिर में दिखाई देते हैं. औरंगजेब की सेना की ओर से खंडित किए गए देवी देवताओं के की मूर्तियां आज भी यहां पर स्थापित है. वर्तमान में यह पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है. यह मंदिर लगभग 3,100 फीट (लगभग 945 मीटर) की ऊंचाई पर बना हुआ है. हर्षनाथ मंदिर न सिर्फ एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह राजस्थान के हिंदू शासकों और मुगल आक्रांताओं के बीच हुए संघर्ष का प्रतीक भी है.

authorimgअभिजीत चौहान

न्‍यूज18 हिंदी डिजिटल में कार्यरत. वेब स्‍टोरी और AI आधारित कंटेंट में रूचि. राजनीति, क्राइम, मनोरंजन से जुड़ी खबरों को लिखने में रूचि.

न्‍यूज18 हिंदी डिजिटल में कार्यरत. वेब स्‍टोरी और AI आधारित कंटेंट में रूचि. राजनीति, क्राइम, मनोरंजन से जुड़ी खबरों को लिखने में रूचि.

भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें India पर देखेंLocation :

Sikar,Sikar,Rajasthan

homerajasthan

खाटू के पास बना है शिव मंदिर, नंदी के कान में बोलते ही पूरी होती है मनोकामना

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj