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‘6 महीने में ही मर्सिडीज-BMW का मालिक बन जाएं तो…’, CJI गवई ने किसपर साधा निशाना, कोर्ट और सरकार पर बड़ी बात – chief justice of india cji br gavai advocate mercedes bmw luxury car court government red tapism chief minister devendra fadnavis

Last Updated:July 26, 2025, 10:28 IST

CJI BR Gavai News: सीजेआई बीआर गवई ने बिना वकीलों को लेकर बड़ी बात कही है. उन्‍होंने कहा कि लालफीताशाही के मामले में सरकार और कोर्ट की समान स्थिति है सीजेआई ने साथ ही यह भी बताया कि वह रिटायरमेंट के बाद क्‍या क…और पढ़ें6 महीने में ही मर्सिडीज का मालिक...CJI गवई बोले- इनका मोटिव समझने की जरूरतCJI बीआर गवई ने वकीलों को लेकर बड़ी बात कही है. (फोटो: पीटीआई)

हाइलाइट्स

CJI बीआर गवई ने ज्‍यूडिशियरी का डिसेंट्रालाइजेशन करने की सलाह दीCJI बोले- लालफीताशाही के मामले में कोर्ट और सरकार की समान स्थितिदेश के प्रधान न्‍यायाधीश ने अपने गृह जिले में वकीलों पर की बड़ी टिप्‍पणीअमरावती (महाराष्‍ट्र). भारत के प्रधान न्‍यायाधीश (CJI) बीआर गवई अपने गृह जिले अमरावती में हैं. उन्‍होंने जिले के दरियापुर शहर में कोर्ट बिल्डिंग का उद्घाटन करने के मौके पर बड़ी बात कही. उन्‍होंने न्‍यायपालिका, सरकार और वकीलों पर खासकर टिप्‍पणी की है. जूनियर वकीलों को सलाह देते हुए सीजेआई ने कहा कि वकालत के क्षेत्र में कॅरियर बनाने से पहले उन्‍हें अप्रेंटिसशिप (ट्रेनिंग) करनी चाहिए. इसके साथ ही सीजेआई गवई कहा कि जो वकील छह महीने के कॅरियर में ही मर्सिडीज या BMW का मालिक बन जाए तो लोगों को उनके मोटिव को समझना होगा. सीजेआई गवई ने आगे कहा कि कोर्ट और सरकार में एक समान लालफीताशाही है. साथ ही उन्‍होंने कहा कि ज्‍यूडिशियरी के डिसेंट्रालाइजेशन के जरिये जरूरतमंदों के दरवाजे तक न्‍याय को पहुंचाया जा सकता है.

CJI गवई ने शुक्रवार को कहा कि न्यायपालिका के विकेंद्रीकरण की ज़रूरत है, ताकि आम नागरिकों को उनके द्वार पर ही न्याय मिल सके. वे महाराष्ट्र के अमरावती जिले के दरीयापुर में एक नए कोर्ट बिल्डिंग के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे. यह अवसर उनके पिता और पूर्व राज्यपाल आरएस गवई की 10वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम का हिस्सा था. CJI गवई ने कहा कि ज्‍यूडिशियल इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर कमेटी के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने देशभर में नए तालुका और जिला न्यायालयों की स्थापना का एक मॉडल तैयार किया है. उन्होंने बताया, ‘इस दिशा में काम हो रहा है, लेकिन अदालतों और सरकारों में लालफीताशाही अब भी वैसी ही है.’ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे इस समारोह में भारत के प्रधान न्यायाधीश के रूप में नहीं, बल्कि अमरावती जिले के निवासी के तौर पर उपस्थित हैं. सीजेआई ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पूर्व मुख्यमंत्रियों (एकनाथ शिंदे (2022-2024) और उद्धव ठाकरे (2019-2022)) की सराहना करते हुए कहा कि इन सभी ने राज्य में न्यायिक आधारभूत संरचना के विकास को लेकर सकारात्मक सहयोग दिया है और इस दिशा में पर्याप्त फंड उपलब्ध कराई गई है.

नए वकीलों को सलाह के साथ नसीहत

नए वकीलों और कानून स्नातकों को सलाह देते हुए CJI गवई ने कहा कि वे सीधे अदालतों में दलील देने की बजाय सीनियर वकीलों के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण (apprenticeship) लें. उन्होंने कहा, ‘अगर कोई छह महीने में मर्सिडीज या बीएमडब्ल्यू का मालिक बन जाता है तो उन्‍हें अपने इरादे पर दोबारा विचार करना चाहिए.’ उन्होंने नए वकीलों से आग्रह किया कि वे पेशे में आए सामाजिक सम्मान को अहंकार में न बदलें. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, ‘मैंने देखा है कि कुछ जूनियर वकील अपने सीनियर्स को बैठने की जगह नहीं देते. एक बार एक जूनियर वकील जज की फटकार से अदालत में ही बेहोश हो गया था.’ उन्होंने कहा कि जज और वकील दोनों न्याय प्रक्रिया के साझेदार हैं और उनके बीच सम्मान बना रहना चाहिए.

कुर्सी अगर सिर चढ़ जाए..

चीफ जस्टिस गवई ने अपने संबोधन में कहा, ‘यह कुर्सी जनता की सेवा के लिए है, न कि घमंड के लिए. कुर्सी अगर सिर में चढ़ जाए, तो यह सेवा नहीं, बल्कि पाप बन जाती है.’ उनका यह बयान न्यायपालिका और प्रशासनिक पदों पर बैठे हर व्यक्ति के लिए एक चेतावनी की तरह था. सीजेआई गवई ने सिर्फ प्रशासनिक अफसरों को ही नहीं, बल्कि न्यायाधीशों और वकीलों को भी उनके व्यवहार के लिए खरी-खरी सुनाई. उन्होंने कहा, ‘न्यायाधीशों को वकीलों को सम्मान देना चाहिए. यह अदालत वकील और न्यायाधीश दोनों की है.’

CJI गवई का रिटायरमेंट प्‍लान

सीजेआई बीआर गवई ने अपने रिटायरमेंट प्‍लान के बारे में भी बताया. उन्‍होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद वे कोई सरकारी पद स्वीकार नहीं करेंगे. वह महाराष्ट्र के अमरावती जिले में स्थित अपने पैतृक गांव दारापुर में यह बात कही. सीजेआई गवई ने कहा, ‘मैंने निर्णय लिया है कि सेवानिवृत्ति के बाद मैं कोई सरकारी पद स्वीकार नहीं करूंगा. सेवानिवृत्ति के बाद मुझे अधिक समय मिलेगा, इसलिए मैं दारापुर, अमरावती और नागपुर में अधिक समय बिताने की कोशिश करूंगा.’ सीजेआई गवई इस साल नवंबर में रिटायर होंगे.

Manish Kumar

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु…और पढ़ें

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6 महीने में ही मर्सिडीज का मालिक…CJI गवई बोले- इनका मोटिव समझने की जरूरत

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