राजस्थान के खाद्य व्यापारी उतरेंगे हड़ताल पर, 23 से 26 फरवरी तक बंद रहेंगी अनाज मंडियां, आ सकता है बड़ा संकट

Agency: Rajasthan
Last Updated:February 14, 2025, 13:14 IST
Jaipur News : राजस्थान में आगामी 23 से 26 फरवरी तक प्रदेशभर के खाद्य व्यापारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर रहेंगे. इस अवधि में चार दिन तक प्रदेशभर की कृषि मंडियां, तेल, दाल और आटा मिलें बंद रहेंगी. फिर भी अगर …और पढ़ें
राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ का कहना है कि हड़ताल के बाद 26 फरवरी को आगामी रणनीति तैयार की जाएगी.
हाइलाइट्स
राजस्थान में 23-26 फरवरी तक खाद्य व्यापारी हड़ताल पर रहेंगे।चार दिन तक अनाज मंडियां, तेल, दाल और आटा मिलें बंद रहेंगी।मांगें न मानी गईं तो व्यापारी बड़ा कदम उठा सकते हैं।
जयपुर. राजस्थान में कृषि उपज मंडी सेस और कृषक कल्याण फीस के विरोध में प्रदेशभर के खाद्य व्यापारी आगामी 23 से 26 फरवरी तक हड़ताल पर रहेंगे. इसके चलते चार दिन तक प्रदेश की अनाज मंडियां, तेल, दाल और आटा मिलें रहेंगी बंद. इन मांगों के साथ ही व्यापारियों ने श्रीअन्न (मिलेट्स) पर आढ़त बढ़ाने की भी है सरकार से मांग की है. इस संबंध में राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ की जयपुर में संघ कार्यालय में बैठक आयोजित की गई. उसमें यह बड़ा फैसला लिया गया.
बैठक में प्रदेश की 247 मंडियों के प्रतिनिधि, तेल मिल, आटा मिल, दाल मिल और मसाला उद्योग के प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक में सर्वसम्मती से फैसला लिया गया कि राज्य सरकार की ओर से यदि कृषक कल्याण फीस 22 फरवरी तक समाप्त नहीं की गई तो व्यापारी हड़ताल करेंगे. इसके साथ ही उनकी मांग है कि बाहर से आने वाली कृषि जिंसों पर मंडी सेस समाप्त किया जाए. श्रीअन्न पर आढ़त 2.25 प्रतिशत की जाए. इन मांगों पर विचार करने के लिए सरकार को 22 फरवरी तक का समय दिया जा रहा है. अगर ये मांगे नहीं जाती है तो 23 से 26 फरवरी तक चार दिवसीय व्यापार बंद रहेगा. सभी उद्योग इस बंद में सहयोग करेंगे.
चेयरमैन बोले सभी व्यापारी इन टैक्स से परेशान हो रहे हैंराजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता ने बताया कि राज्य की 247 मंडियों के व्यापारी, 1700 तेल मिलें, 1200 दाल मिलें, 800 छोटी-बड़ी आटा मिलें और मसाला उद्योगों से संबंधित 40 फैक्ट्रियों के उद्योगपति राज्य में लगने वाले कृषक कल्याण फीस और बाहर से आने वाले कृषि जिंसों पर लगाए जा रहे मंडी टैक्स तथा कृषक कल्याण फीस से परेशान हैं.
26 फरवरी को तय की जाएगी आगामी रणनीतिश्रीअन्न पर आड़त 2.25 प्रतिशत नहीं किए जाने के कारण व्यापार करने में दिक्कत हो रही है. उद्योग धीरे-धीरे बंद हो रहे हैं. राज्य सरकार से बार-बार निवेदन करने पर भी कृषि जिंस के क्रय-विक्रय पर संधारित कृषक कल्याण फीस को समाप्त नहीं किया जा रहा है. मोटे अनाज, जीरा और ईसबगोल पर आढ़त 2.25 प्रतिशत नहीं की जा रही है. बाहर से आने वाले कृषि जिंस पर मंडी टैक्स और कृषक कल्याण फीस वसूली जा रही है. इसलिये मजबूर होकर राज्य के व्यापारी 23, 24, 25 और 26 फरवरी को अपना व्यापार बंद रखने के लिए बाध्य हो रहे हैं. 26 फरवरी को आमसभा आयोजित कर अग्रिम आंदोलन की रूपरेखा तय करेगा. इसके लिए राज्य सरकार स्वयं जिम्मेदार होगी.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
First Published :
February 14, 2025, 13:14 IST
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राजस्थान के खाद्य व्यापारी उतरेंगे हड़ताल पर, 4 दिन बंद रहेंगी मंडियां