NSDL stock analysis what should investors do – NSDL शेयर प्राइस: निवेशकों के लिए क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह?

NSDL Share Price : नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के शेयर को मार्केट में लिस्ट हुए दो दिन हुए हैं दोनों ही दिनों में ही इसमें अच्छी तेजी देखने को मिली है. बुधवार को बीएसई पर इसका शेयर 880 रुपये की कीमत पर लिस्ट हुआ, जो इसके आईपीओ प्राइस 800 रुपये से करीब 10 फीसदी ज्यादा था. पहले ही दिन इसका दाम 920 रुपये तक गया और अगले दिन यानी गुरुवार को यह 997.65 रुपये तक पहुंच गया. यानी दो दिन में करीब 13.4 फीसदी की तेजी आई. अब निवेशक सोच में हैं कि इस शुरुआती मुनाफे को भुना लें या लंबे समय के लिए इस शेयर को होल्ड करें. तो चलिए जान लीजिए कि इस बारे में एक्सपर्ट क्या कहते हैं.
आईपीओ से पहले ग्रे मार्केट में इस शेयर की कीमत 125 रुपये ऊपर चल रही थी, यानी उम्मीद थी कि लिस्टिंग पर 16 फीसदी तक फायदा होगा. लेकिन लिस्टिंग उतनी मजबूत नहीं रही, फिर भी दो दिनों में जो उछाल आया, उसने निवेशकों को थोड़ी राहत जरूर दी.NSDL Share Price: जबरदस्त थी निवेशकों की दिलचस्पी
NSDL का यह IPO कुल 4012 करोड़ रुपये का था, जो पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) था. इसका मतलब यह कि कंपनी ने इससे कोई नया पैसा नहीं जुटाया, बल्कि मौजूदा शेयरधारकों ने अपने कुछ शेयर बेचे. लिस्टिंग के बाद भी प्रमोटर्स के पास 20 करोड़ शेयर बने रहे.
निवेशकों की दिलचस्पी भी जबरदस्त रही. पूरा आईपीओ 41.02 गुना सब्सक्राइब हुआ. सबसे ज्यादा रुचि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने दिखाई जिन्होंने इसे 103.97 गुना सब्सक्राइब किया, उसके बाद नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (34.98 गुना) और फिर रिटेल निवेशकों (7.76 गुना) का नंबर आया. आईपीओ से पहले एंकर इन्वेस्टर्स से 1201.44 करोड़ रुपये जुटा लिए गए थे, जिससे संस्थागत निवेशकों का भरोसा साफ दिखता है.
NSDL Share Price: क्या करती है कंपनी
NSDL की शुरुआत 2012 में हुई थी और यह एक सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशन (MII) है. यह भारत में डिमैट खातों और शेयर ट्रांजैक्शन की प्रक्रिया को संभालने वाली मुख्य संस्था है. इसके सर्विसेज में डिमैट अकाउंट, ट्रेड सेटलमेंट, ई-वोटिंग, कॉर्पोरेट एक्शन और कंसोलिडेटेड अकाउंट स्टेटमेंट शामिल हैं. मार्च 2025 तक NSDL के पास 3.94 करोड़ एक्टिव डिमैट अकाउंट थे, जिन्हें 294 डिपॉजिटरी पार्टनर्स के जरिए संचालित किया जाता है.
NSDL की दो सब्सिडियरी कंपनियां हैं – NSDL डाटाबेस मैनेजमेंट और NSDL पेमेंट्स बैंक. ये दोनों कंपनियां ई-गवर्नेंस और डिजिटल फाइनेंशियल सेवाओं में काम करती हैं. FY25 में कंपनी ने 12 फीसदी की सालाना वृद्धि के साथ 1,535.19 करोड़ रुपये की कमाई की और मुनाफा 25 फीसदी बढ़कर 343.12 करोड़ रुपये हो गया.
NSDL Share Price: अब निवेशक क्या करें?
स्वास्तिका इनवेस्टमार्ट की वेल्थ हेड शिवानी न्याती के अनुसार, कंपनी की शुरुआत मजबूत रही है और यह भविष्य में और भी वैल्यू-ऐडेड सेवाएं देने की तैयारी में है. कंपनी ने वित्तीय प्रदर्शन में निरंतर वृद्धि दिखाई है और इसकी भूमिका भारतीय पूंजी बाजार में अहम है.
अब सवाल है कि निवेशकों को क्या करना चाहिए? एक्सपर्ट्स की सलाह है कि जो शुरुआती मुनाफा मिला है, उसका कुछ हिस्सा बुक कर लेना चाहिए, लेकिन सभी शेयर बेचने की बजाय कुछ हिस्से को होल्ड भी कर सकते हैं. स्टॉपलॉस 850 रुपये के करीब रखा जा सकता है. क्योंकि कंपनी का कारोबार मजबूत है और इसकी सेवाएं लगातार बढ़ रही हैं, इसलिए लंबी अवधि में इसके शेयर और ऊपर जा सकते हैं. फिर भी, अल्पकालिक और दीर्घकालिक सोच के बीच संतुलन बनाना जरूरी है.
मेहता इक्विटीज़ लिमिटेड में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च एनालिस्ट) प्रशांत तपसे ने कहा, “NSDL वैल्यू-बेस्ड ट्रांजैक्शन और इंस्टीट्यूशनल अकाउंट होल्डिंग्स में लगातार आगे बना हुआ है. इसका कारण है इंडस्ट्री का उस पर भरोसा और मजबूत टेक्नोलॉजी सिस्टम. CDSL के साथ मिलकर यह लगभग एक डुओपॉली (यानी दो कंपनियों का दबदबा) वाली स्थिति में काम कर रहा है, जिसमें नए खिलाड़ियों के लिए एंट्री लेना काफी मुश्किल है.”
SMC ग्लोबल सिक्योरिटीज़ में इक्विटी रिसर्च (फंडामेंटल्स) के हेड सौरभ जैन ने कहा, “NSDL का मार्केट में दबदबा, बड़ी सर्विस नेटवर्क और अलग-अलग तरह की एसेट्स को कवर करना इसे लंबी अवधि की ग्रोथ के लिए अच्छी स्थिति में रखता है. इसके पीछे देश की मजबूत अर्थव्यवस्था और रेगुलेटरी सपोर्ट भी हैं.”



