राज गणगौर की सवारी शाही लवाजमें के साथ मेहरानगढ़ दुर्ग से रानीसर पहुंची, देखने उमड़े विदेशी सैलानी

राज गणगौर की सवारी शाही लवाजमें के साथ रविवार को सांय 6 बजे मेहरानगढ़ दुर्ग के नागणेचिया माता मंदिर से परंपरागतरूप से खासे में सज-धज कर ढोल-ढमाके से फतेहपोल होकर रानीसर पहुंची. रानीसर पर पूर्व नरेश गज सिंह ने पूजा की.
पूर्व नरेश गज सिंह चौखेलाव महल से राज गणगौर की सवारी के जुलूस के साथ हुए. जुलूस में परंपरागत वेशभूषा में रंग-बिरंगे साफे पहने महाराज, रावराजा शिरायत सरदार, मुत्सदी, एहलकार, राजवेदिया, राज व्यास, दानाध्यक्ष, राज जोशी व गणमान्य नागरिक साथ रहे. किले से फतेहपोल के बाहर निकलने पर वहां स्थापित गणेश जी की मूर्ति की पूर्व नरेश गज सिंह ने पूजा अर्चना की. फतेहपोल से रानीसर तक राज गणगौर की सवारी का परंपरागत रूप से मोहल्ले वासियों, विभिन्न संगठनों, पार्षदों, जनप्रतिनिधियों, व्यायाम शाला मौहल्ला समितियों के प्रतिनिधियों द्वारा अगवानी कर स्वागत किया गया.
राजशाही ठाठ-बाट से निकली राजगणगौर की सवारीराज गणगौर की सवारी के खासे को सफेद जामा केसरिया पगड़ी और कमरबंद बांधे हुए पूरवियों की वेशभूषा में पालकी वाहक कंधे पर उठाकर चल रहे थे. खासे लवाजमें के प्रतीक किरणिया, त्रिशूल, थम्भ, महिमरातिब, छंवर, सोने-चांदी की छड़ियां धारण किए हुए छड़ीबरदार और जुलूस के आगे राज अनुष्ठान घोड़े पर मारवाड़ रियासत का पचरंगा निशान फहराये हुए चल रहे थे. आगे शाही निशान, पताका, सोने-चांदी की छड़ी थामे शाही लवाजमा व पालकी वाहकों के कंधे पर खासा पालकी में सजी स्वणाभूषणों व शाहीवेश में लक-दक राज गणगौर की सवारी मेहरानगढ़ के महलों से सूरजपोल, लोहा पोल, इमरती पोल होते हुए राव जोधा के फलसे से होकर चौखेलाव महल पहुंची.
राज गणगौर की सजावट देखने लायक थीराज गणगौर के सर पर सोने की रखड़ी, कानों में झुमके, गले में कंठी, तिमणिया, कंधे से कमर के नीचे तक दोनों और लटके सोने के कंदोरे से सजी, साथ ही सौ कलियों के खीन-खाफ के घाघरे जिस पर असली तार गोटा के काम की पोशाक धारण किए एवं पैरों में चांदी की झांझर के साथ गवर माता की सजावट व शान देखते ही बन रही थी.
रानीसर पर हुआ राज गणगौर का पूजनराज गणगौर की सवारी के रानीसर पहुंचने पर जल अर्पण व पूजन हुआ। पूर्व नरेश गज सिंह द्वारा पूजन किया किया व भोळावणी की रस्म अदायगी हुई. वहां पर शहर के अन्य स्थानों से आई गणगौर माता का स्वागत भी किया गया। इसके राज गणगौर का शहर वासियों ने पूजा व दर्शन किए.
राज गणगौर की सवारी की व्यवस्था में इन्होंने निभाई भूमिकाकर्नल शेखावत ने बताया कि राज गणगौर की सवारी की व्यवस्था में महाराजा उम्मेद सिंह रिलिजियस ट्रस्ट के सचिव कल्याण सिंह राठौड़, भानु प्रताप सिंह, पुष्पेंद्र सिंह भाटी, मुख्य वित्त प्रबंधक अरुण अग्रवाल, मुख्य अभियंता शैलेश माथुर, प्रबंधक संस्कृति गर्मांशु बोहरा, वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ग्रुप हेड किशन वीर सिंह राठौड़ मैनेजर एचआर ओमप्रकाश गेपाला, प्रबंधक मीडिया व पीआर कल्पना चंपावत, सुनील कल्ला, हिम्मत सिंह शेखावत, डीएसओ शार्दुल सिंह शेखावत, एएसओ लक्ष्मण सिंह राठौड़, एएसओ प्रभु सिंह शेखावत सहित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने व्यवस्था संभाले रखी.