Jaipur Blast Survivor: 17 साल से मौत लेकर घूम रहा है शख्स, पेट और जांघ में फंसे हैं बम के टुकड़े

Last Updated:May 13, 2025, 14:22 IST
13 मई 2008 को जयपुर में हुए ब्लास्ट में कई लोगों की जान चली गई. लेकिन इस ब्लास्ट के एक सर्वाइवर को पिछले 17 साल से हर दिन मौत का डर सताता है.

ब्लास्ट के बाद छह महीने अस्पताल में चला था इलाज (इमेज- फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
देवीलाल जयपुर ब्लास्ट के सर्वाइवर हैं17 साल से शरीर में बम के टुकड़े फंसे हैंब्लास्ट के बाद देवीलाल की जिंदगी बर्बाद हो गई
13 मई 2008 का दिन हर दिन की तरह ही नॉर्मल था. सभी अपने-अपने काम में लगे हुए थे. इसके बाद मात्र 15 मिनट में सबकुछ बदल गया. जयपुर में अलग-अलग नौ जगहों पर एक के बाद एक ब्लास्ट हुए. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस ब्लास्ट में 63 लोगों की मौत हुई थी. जबकि 216 से अधिक लोग घायल हुए थे. इसी ब्लास्ट में एक शख्स भी था, जो अब ब्लास्ट के 17 साल बाद भी उसकी निशानी अपने शरीर के अंदर लेकर घूम रहा है.
हम बात कर रहे हैं जयपुर ब्लास्ट सर्वाइवर देवीलाल चांदपोल की. देवीलाल हनुमान मंदिर के पास फूल बेचने का काम करते हैं. लेकिन सत्रह साल पहले हुए इस हादसे की वजह से अब उनकी जिंदगी काटे नहीं कट रही है. ब्लास्ट ने उनकी लाइफ के साथ ही साथ उनके शरीर को भी खराब कर दिया है. कई सर्जरी के बाद भी उनके शरीर में ब्लास्ट की वजह से घुसे छर्रे और बम के पार्ट्स निकल नहीं पाए हैं. इस वजह से अब उनसे काम भी किया नहीं जाता.
याद कर सिहर जाते हैं वो दिनसत्रह साल पहले हुए जयपुर ब्लास्ट के सर्वाइवर हैं देवीलाल. उस दिन को याद करते हुए आज भी उनकी रूह कांप जाती है. देवीलाल उस दिन बड़ी चौपड़ पर आमेर जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान तेज धमाका हो गया. लोग इधर से उधर भागने लगे. देवीलाल को कुछ समझ नहीं आया. बस उन्हें पेट में तेज दर्द हुआ. ऐसा लगा जैसे उनके पेट में किसी ने गोली मार दी हो. उनके जांघ में भी जलन हुई और इसी के साथ वो बेहोश हो गए. जब होश आया तब पता चला कि बम के धमाके में उनके शरीर के अंदर कई पार्ट्स घुस गए हैं.
बर्बाद हो गई जिंदगीइस धमाके के बाद देवीलाल कभी नॉर्मल लाइफ नहीं जी पाए. बम के छर्रे उनकी बॉडी में आजतक धंसे हुए हैं. कई सर्जरी के बाद भी इसे निकाला नहीं जा सका. ब्लास्ट के बाद छह महीने वो अस्पताल में एडमिट रहे थे. इसके बाद भी पार्ट्स बाहर नहीं आए. इन छर्रों की वजह से उन्हें तेज दर्ज होता है. अब तो वो काम भी नहीं कर पाते. देवीलाल के मुताबिक, बीवी की कमाई से घर चलता है. बच्चों का फ्यूचर, उनका सब कुछ इस ब्लास्ट ने लूट लिया.
Sandhya Kumari
न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.
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17 साल से मौत लेकर घूम रहा है शख्स, पेट और जांघ में फंसे हैं बम के टुकड़े



