Rajasthan

ये है सबसे प्राचीन हिस्टोरिकल टूरिस्ट पॉइंट, यहां से निकले थे हजारों तांबे के बर्तन, आज भी यहां मौजूद हैं सभ्यता के अवशेष 

Last Updated:March 15, 2025, 21:25 IST

सीकर का गणेश्वर गांव ऐतिहासिक और धार्मिक पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है. यहां 1977 में 2800 ईसा पूर्व की गणेश्वर सभ्यता की खोज हुई थी. गणेश्वर को ‘पुरातत्त्व का पुष्कर’ कहा जाता है.X
1977
1977 में गणेश्वर सभ्यता की खोज की गई थी.

हाइलाइट्स

गणेश्वर गांव में 2800 ईसा पूर्व की सभ्यता की खोज हुई थीगणेश्वर को ‘पुरातत्त्व का पुष्कर’ कहा जाता हैगणेश्वर में बड़ी मात्रा में ताम्र उपकरण मिले थे

सीकर. राजस्थान का जिला धार्मिक पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है. यहां पर खाटूश्याम जी, जीण माता, हर्ष पर्वत जैसे मंदिर मौजूद है जहां हर साल करोड़ों भक्त आते हैं. लेकिन, इसके अलावा सीकर जिले में एक जगह है जहां सभ्यता की खोज की गई थी. यह जगह नीमकाथाना के गणेश्वर में मौजूद है. गणेश्वर गालव ऋषि की तपोस्थली के रूप में संपूर्ण भारत में प्रसिद्ध है. यहां पर 1977 में गणेश्वर सभ्यता की खोज की गई थी. रेडियोकार्बन विधि के आधार पर यह सभ्यता 2800 ईसा पूर्व की है. गणेश्वर को ‘पुरातत्त्व का पुष्कर’ भी कहा जाता है.

बड़ी मात्रा में ताम्र उपकरण मिले थे गणेश्वर सभ्यता की खुदाई के दौरान बहुत अधिक मात्रा में ताम्र उपकरण मिले थे. यहीं पर सबसे पहले तांबे का बाण एवं मछली पकड़ने का कांटा प्राप्त हुआ था. इसके अलावा खुदाई के दौरान यहां पर तीर, भाले, सूइयां, कुल्हाड़ी भी मिली थी, जो यह बताती है कि उस समय में भी इन चीजों का उपयोग होता था. बड़ी मात्रा में ताम्र उपकरण मिलने के कारण गणेश्वर को ताम्रयुगीन सभ्यताओं की जननी भी कहा जाता है.

यहां पर्यटक आते हैं घूमनेगणेश्वर सभ्यता की खुदाई में यहां पर पूरा शहर निकला है. इसे देखने के लिए राजस्थान ही नहीं बल्कि अन्य राज्य समेत विदेशी लोग भी आते हैं. ऐतिहासिक भ्रमण करने वाले पर्यटकों के लिए यह जगह सबसे अच्छी है. इस जगह पर हवेलियां और छतरिया मंदिर सहित अनेक इमारतें मौजूद हैं. यहां राजस्थान के सबसे प्राचीन हिस्टोरिकल टूरिस्ट डेस्टिनेशन प्वाइंट में से एक है. यहां पर आने वाले पर्यटक इन इमारत के अंदर जाकर भी आसानी से देख सकते हैं.

कैसे पहुंचे गणेश्वरगणेश्वर गांव सीकर जिला मुख्यालय से 88 किलोमीटर दूर है. जयपुर से ट्रेन के माध्यम से नीमकाथाना पहुंचकर बस या टैक्सी से गणेश्वर जाया जा सकता है. इसके अलावा सीकर जिला मुख्यालय से भी नीमकाथाना के लिए बस जाती है. नीमकाथाना जाने के बाद में आप किराए पर टैक्सी बुक करके भी गणेश्वर घूमने जा सकते हैं. यह जगह हिस्टोरिकल होने के अलावा प्राकृतिक वातावरण से भी घिरी हुई है.


Location :

Sikar,Sikar,Rajasthan

First Published :

March 15, 2025, 21:25 IST

homerajasthan

ये है सबसे प्राचीन हिस्टोरिकल टूरिस्ट पॉइंट, यहां से निकले थे तांबे के बर्तन

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj