Auspicious Time for Rituals & Tulsi Vivah.

Last Updated:October 24, 2025, 10:07 IST
Devuthani Ekadashi 2025: 1 नवंबर 2025 को देवउठनी एकादशी मनाई जाएगी, जब भगवान विष्णु 142 दिन की योगनिद्रा से जागेंगे और इसके साथ ही सभी शुभ कार्यों का सिलसिला शुरू होगा. 2 नवंबर को तुलसी विवाह होगा. ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास के अनुसार, नवंबर और दिसंबर की शुरुआत में कई विवाह मुहूर्त उपलब्ध रहेंगे, लेकिन 16 दिसंबर 2025 से 3 फरवरी 2026 तक खरमास के कारण शुभ कार्य स्थगित रहेंगे.
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142 दिन बाद जागेंगे देव: 1 नवंबर से शुरू होंगे शुभ कार्य और विवाह मुहूर्त
जोधपुर: इस साल 1 नवंबर 2025 को देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) का पवित्र व्रत मनाया जाएगा. यह दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि धार्मिक मान्यता है कि इस दिन सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु अपनी 142 दिन की योगनिद्रा से जागते हैं, जिसे चातुर्मास भी कहा जाता है. भगवान के जाग्रत होते ही, घर-परिवार में रुके हुए सभी प्रकार के शुभ कार्यों की शुरुआत होती है.
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर-जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास के अनुसार, कार्तिक शुक्ल एकादशी तिथि 1 नवंबर को सुबह 09:11 बजे से शुरू होगी और अगले दिन 2 नवंबर को सुबह 07:31 बजे तक रहेगी.
देवउठनी एकादशी का आध्यात्मिक महत्व.देवउठनी एकादशी को प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है. इस दिन व्रत रखने और विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्तों के समस्त पाप नष्ट होते हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है. ऐसी मान्यता है कि चातुर्मास में रुके रहने वाले मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, उपनयन संस्कार और अन्य शुभ अवसर देवउठनी एकादशी के साथ ही शुरू किए जा सकते हैं. इस दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है.
देवउठनी के अगले दिन तुलसी विवाह.देवउठनी एकादशी के अगले दिन, यानी 2 नवंबर 2025 को तुलसी विवाह का आयोजन होगा. पंचांग के अनुसार द्वादशी तिथि सुबह 07:31 बजे से शुरू होकर 3 नवंबर को सुबह 05:07 बजे समाप्त होगी. इस दिन भक्तजन पूरे उत्साह के साथ भगवान शालिग्राम और तुलसी जी का प्रतीकात्मक विवाह कराते हैं. ऐसी मान्यता है कि जो दंपत्ति निःसंतान होते हैं, उन्हें तुलसी विवाह कराने से संतान सुख की प्राप्ति होती है, और दांपत्य जीवन सुखमय होता है, साथ ही सौभाग्य में वृद्धि होती है.
नवंबर-दिसंबर में विवाह और मांगलिक मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने विवाह के लिए शुभ मुहूर्तों की जानकारी देते हुए बताया कि नवंबर और दिसंबर में शुभ कार्यों के लिए कई मुहूर्त उपलब्ध हैं:
नवंबर में विवाह मुहूर्त: 2, 3, 5, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 तारीखें शुभ हैं.
 दिसंबर में विवाह मुहूर्त: 4, 5, 6 तारीखें विवाह के लिए उत्तम हैं.
 खरमास में मांगलिक कार्यों पर रोक:
उन्होंने बताया कि 16 दिसंबर 2025 से 3 फरवरी 2026 तक खरमास (मलमास) रहेगा. इस दौरान विवाह और अन्य सभी प्रकार के शुभ कार्य नहीं किए जाएंगे. खरमास के बाद फरवरी 2026 में 16 दिन और मार्च 2026 में 11 मुहूर्त विवाह के लिए अनुकूल होंगे.
Location :
Jodhpur,Jodhpur,Rajasthan
First Published :
October 24, 2025, 10:07 IST
142 दिन बाद जागेंगे देव… 1 नवंबर से शुरू होंगे मंगल कार्य, जानें पंचांग…
 


