Learned About Tribal Molela Art In Online Session – ऑनलाइन सेशन में आदिवासी मोलेला कला में बारे में सीखा

ऑनलाइन सेशन में आदिवासी मोलेला कला में बारे में सीखा

जयपुर, 9 अगस्त। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जवाहर कला केंद्र के 9 विभिन्न जिलों से आदिवासी कला पर ऑनलाइन सेशन की एक श्रृंखला का आयोजन कर रहा है। इसके तहत श्रृंखला की शुरुआत सोमवार को कलाकार जमना लाल कुम्हार द्वारा मोलेला कला पर एक ऑनलाइन सेशन के साथ हुई। कला में उपयोग आने वाली आवश्यक सामग्री, एक स्थानीय देवता की टेराकोटा पट्टिका बनाने और मोलेला कला में उपयोग किए जाने वाले विभिन्न उपकरण और तकनीकों पर केंद्रित था।
कलाकार ने हौलो शैली में दुर्गा की मूर्ति बनाने का प्रदर्शन किया। उन्होंने मूर्ति की विभिन्न विशेषताओं जैसे आंख, नाक, कान, हथियार, आभूषण और मुकुट को आकार देने के लिए मिट्टी का उपयोग किया और उन्हें बेस पर चिपका दिया। उन्होंने बताया कि मिट्टी के देवता आदिवासी लोगों द्वारा कस्बों और गांवों के मंदिरों में स्थापित किए जाते हैं। मंगलवार को कलाकार जमना लाल कुम्हार द्वारा मोलेला कला पर ऑनलाइन सेशन का समापन होगा। सेशन का आयोजन जेकेके जूम पर और उनके फेसबुक पेज पर इसका लाइव प्रसारण करेगा।