किराए के रिक्शे में छूटे थे लाखों के आभूषण, रिक्शा चालक ने जो किया वो हैरान कर देगा!

Last Updated:April 30, 2025, 13:22 IST
लालसोट के रिक्शा चालक हरिओम मीणा ने एक बैग में छूटे सोने-चांदी के आभूषणों को सुरक्षित रखा और पुलिस के माध्यम से सही मालिक शेर सिंह को वापस लौटाए, जिससे ईमानदारी और मानवीयता की मिसाल पेश हुई.X
लालसोट में ई रिक्शा चालक ईमानदारी का परिचय देने वाले व्यक्ति का सम्मान करते हुए
हाइलाइट्स
हरिओम मीणा ने लाखों के आभूषण लौटाए.पुलिस की मदद से बैग सही मालिक को मिला.हरिओम की ईमानदारी की समाज में सराहना.
लालसोट दौसा- आजकल जब लोग स्वार्थ और लालच की ओर बढ़ते जा रहे हैं, तब लालसोट कस्बे के रिक्शा चालक हरिओम मीणा ने अपनी ईमानदारी से समाज को एक नई दिशा दिखाई. हरिओम ने एक बैग जिसमें लाखों रुपये के सोने-चांदी के आभूषण थे, न केवल सुरक्षित रखा, बल्कि उसे पुलिस के माध्यम से उसके सही मालिक तक पहुंचाया. इस कार्य ने मानवीयता और नैतिकता की एक नई मिसाल पेश की.
शादी के लिए दिल्ली जा रहे शेर सिंहग्राम खेमावास निवासी शेर सिंह बैरवा अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दिल्ली स्थित ससुराल में शादी में शामिल होने जा रहे थे. वे लालसोट के ज्योतिबा फूले सर्कल पर उतरे और किराया चुकता कर बस में सवार हुए, लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास हुआ कि वे दो बैग रिक्शा में भूल गए थे. इन बैगों में सोने की चेन, हार, टॉप्स, अंगूठियां और अन्य कीमती आभूषण थे.
हरिओम ने बैग सुरक्षित रखा, पुलिस की मदद से लौटायारिक्शा चालक हरिओम मीणा को बैग मिला, तो उन्होंने तुरंत यात्री की तलाश शुरू की. जब वह उन्हें कहीं नहीं मिला, तो हरिओम ने बैग को सुरक्षित अपने घर पर रख लिया. पुलिस की मदद से बैग की पहचान की गई और वह शेर सिंह को 12 घंटे के भीतर वापस मिल गया.
पुलिस की तत्परता और जांच ने सुलझाई घटनाजब शेर सिंह को बैग नहीं मिला, तो उन्होंने लालसोट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. थाना अधिकारी श्रीकिशन मीणा ने तुरंत एक विशेष टीम बनाई और सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू की. पुलिस ने रिक्शा चालक हरिओम मीणा की पहचान की और बैग उनके घर से बरामद किया. इसके बाद पुलिस ने बैग शेर सिंह बैरवा को सुपुर्द किए.
समाज में सराहना और प्रेरणाइस घटना के बाद हरिओम मीणा की ईमानदारी की स्थानीय समाज में काफी सराहना हो रही है. सोशल मीडिया पर भी लोग उन्हें ‘समाज का आदर्श’ और ‘ईमानदारी की मिसाल’ कहकर उनकी तारीफ कर रहे हैं. थाना प्रभारी श्रीकिशन मीणा ने भी कहा, “हरिओम जैसे लोग समाज की सच्ची पूंजी हैं.”
एक छोटी सी घटना, बड़ा संदेशयह घटना केवल एक बैग लौटाने की कहानी नहीं है, बल्कि यह बताती है कि समाज में आज भी भरोसेमंद और सच्चे लोग मौजूद हैं. हरिओम मीणा जैसे लोग मानवीयता और ईमानदारी की जिंदा मिसाल हैं, जो हमें सही रास्ते पर चलने का प्रेरणा देते हैं.
Location :
Dausa,Rajasthan
First Published :
April 30, 2025, 13:22 IST
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किराए के रिक्शे में छूटे थे लाखों के आभूषण, रिक्शा चालक ने जो किया वो हैरान कर