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एडीलेड ओवल स्टेडियम कैसे इतने ज्यादा भारतीय दर्शकों से भरा है

हाइलाइट्स

एडीलेड साउथ आस्ट्रेलिया में है, जहां तेजी से बढ़ रहे हैं भारतीय लोग
पिछले 05 सालों में साउथ आस्ट्रेलिया में बसने वाले भारतीय करीब दोगुना हो चुके हैं
भारतीय यहां बिजनेस से लेकर सर्विस सेक्टर और टैक्सी ड्राइविंग जैसे जॉब में हैं

आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत और इंग्लैंड का मैच देखते हुए किसी ने टिप्पणी की कि स्टेडियम में दर्शकों को देखकर तो ऐसा लग रहा है कि ये मैच भारत के ही किसी मैदान पर हो रहा है. वाकई सच है एडीलेड ओवल के इस मैदान पर भारतीय दर्शकों की भीड़ यही बता रही है. आमतौर पर भारतीय ही स्टेडियम में नजर आ रहे हैं. तिरंगा लहरा रहा है.

आखिर इतने भारतीय आस्ट्रेलिया में हो रहे इस मैच में इतनी बड़ी संख्या में कैसे पहुंच गए. ये बात हैरान करने वाली जरूर है लेकिन कहना चाहिए कि पिछले कुछ बरसों में इस दक्षिण आस्ट्रेलियाई शहर में भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ी है. वो इस शहर और दक्षिण आस्ट्रेलिया के इलाके में बिजनेस से लेकर आफिसों तक में काम कर रहे हैं.

अब इस शहर में भारतीयों की संख्या अच्छी खासी नजर आती है और अगर साउथ आस्ट्रेलिया की बात करें तो ये तादाद और ज्यादा हो जाती है. एबीसी न्यूज आस्ट्रेलिया की एक रिपोर्ट के अनुसार इंग्लैंड से आए लोगों के बाद आस्ट्रेलिया में अगर कोई समुदाय तेजी से बढ़ रहा है तो ये भारतीय हैं. उनकी तेज मौजूदगी अब साउथ आस्ट्रेलिया के साथ आस्ट्रेलिया में महसूस की जाने लगी है.

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टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइल मैच में जिधर देखो उधर स्टेडियम में भारतीय दर्शक ही नजर आ रहे हैं और हर ओर तिरंगा लहरा रहा है. उसकी वजह है यहां लगातार भारतीयों का बढ़ना. (AP)

05 साल में तेजी से बढ़े हैं भारतीय
रिपोर्ट कहती है कि पिछले 05 सालों में भारत में पैदा हुए लोगों के साउथ अप्रीका में आकर बसने में तेजी आ गई है. आस्ट्रेलिया की ताजातरीन जनगणना बताती है कि इंग्लैंड के बाद अब आस्ट्रेलिया उन लोगों को जीवन बिताने और रोजगार के लिए मुफीद जगह लगने लगा है जो भारत में पैदा हुए. वैसे भी अब आस्ट्रेलिया दुनियाभर में रहने लायक देशों के तौर पर फेवरिट बन चुका है.

साउथ आस्ट्रेलिया में अब करीब 45,000 भारतीय
एबीसी की हालिया रिपोर्ट के अनुसार नवीनतम जनगणना के अनुसार 44,881 वो लोग साउथ आस्ट्रेलिया में रह रहे हैं, जिनकी पैदाइश भारत में हुई. पिछली जनगणना यहां वर्ष 2016 में हुई थी तब ये संख्या 27,592 थी. वैसे अगर ये तस्वीर साउथ आस्ट्रेलिया की है तो पूरे आस्ट्रेलिया में भारतीयों की संख्या इसी अनुपात में बढ़ रही है

इसलिए एडीलेड स्टेडियम में भारतीय ही भारतीय
अब आपको अंदाज हो चुका होगा कि एडीलेड ओवल के मैदान में आखिर कैसे चारों तरफ भारतीय दर्शक ही ज्यादा नजर आ रहे हैं. इसमें अगर एडीलेड में रहने वाले भारतीय हैं तो आसपास साउथ आस्ट्रेलिया के वाशिंदे इंडियन. फिर पूरे आस्ट्रेलिया से भी भारतीय क्रिकेट प्रेमी यहां मैच देखने पहुंचे हैं.

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साउथ आस्ट्रेलिया और एडीलेड में पिछले पांच सालों में भारतीयों की तादाद दोगुनी बढ़ चुकी है. अब यहां उन्हें हर काम को करते देखा जा सकता है (AP)

हर काम कर रहे हैं यहां भारतीय
वैसे साउथ आस्ट्रेलिया की जनसंख्या में 2.5 फीसदी हिस्सा भारतीयों का है. 1990 के दशक में अपने दो बच्चों के साथ यहां आकर बसने वाली वीना मदान एडीलेड में टीचिंग करती हैं. उन्होंने एबीसी न्यूज साइट को बताया कि जब से मैं यहां आई हूं तब से भारतीयों की संख्या यहां बढ़ी है. मेरे स्कूल में खुद भारतीय बच्चे काफी बढ़ गए हैं. भारतीय यहां हर सेक्टर में काम कर रहे हैं. चाहे वो बूढ़ों की देखभाल करने वाली संस्थाएं हो या हास्पिलिटी सेक्टर या फिर ट्रक चलाने से लेकर टैक्सी चलाने तक-भारतीय हर जगह काम करते नजर आते हैं.

फिलहाल 18 लाख लोग साउथ आस्ट्रेलिया को अपना घर कहते हैं. पहले यहां कुल आबादी 17 लाख के आसपास थी. हालांकि परिवारों की तादाद छोटी ही है. एक परिवार में औसतन 2.4 लोग रहते हैं. मुख्य बात ये भी है कि साउथ आस्ट्रेलिया में मूल वाशिंदों की आबादी बूढ़ी हो रही है, लिहाजा यहां काम करने वाले युवाओं की जरूरत ज्यादा है.

07 लाख से ज्यादा भारतीय आस्ट्रेलिया में
वैसे अगर ओवरआल तौर पर आस्ट्रेलिया में भारतीय लोगों की बात की जाए, जो यहां आए या यहीं पैदा हुए तो उस हिसाब से भारतीय लोग अब यहां की कुल आबादी में एक बड़ी संख्या बन चुके हैं. उनकी कुल तादाद 2021 की जनगणना में 783,958 पाई गई, जो आस्ट्रेलिया की कुल आबादी की 3.1 फीसदी है. दूसरे समुदायों की तुलना में भारतीय औसत तौर पर ज्यादा युवा हैं तेजी से पूरे आस्ट्रेलिया में उभर रहे है.

तीसरा बड़ा प्रवासी समुदाय
वैसे भारतीय यहां विदेश से आकर बस गए प्रवासियों के मामले में तीसरे नंबर पर हैं. पहले दो नंबर पर इंग्लैंड और चीन से यहां आए लोग हैं. अब तो खैर बड़े पैमाने पर भारतीय छात्र भी यहां उच्च शिक्षा के लिए आस्ट्रेलियाई यूनिवर्सिटीज और कालेजों में पढ़ने के लिए आते हैं. अमूमन पढ़ाई पूरी करने के बाद वो यहीं रहना पसंद करते हैं.

आस्ट्रेलिया आदिवासियों में भारतीय डीएनए का मिश्रण
आदिवासी आस्ट्रेलिया के डीएनए पर जब अध्ययन किया गया तो पाया गया उनके डीएनए भारतीय मूल का भी मिश्रण है, जो करीब 4200 साल पहले यहां आए होंगे. मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट फार इवोल्यूशनरी एंथ्रोपोलॉजी मानती है कि करीब 4000 साल पहले विदेश से लोग आस्ट्रेलिया पहुंचे थे.

Tags: Adelaide, Australia, Icc T20 world cup, India vs Engalnd

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