बगीचे के लिए सही मिट्टी: दोमट, रेतीली दोमट या जलोढ़ के लाभ

Last Updated:December 05, 2025, 16:28 IST
सही मिट्टी आपके बगीचे की सफलता की कुंजी है. दोमट, रेतीली दोमट या चिकनी दोमट—हर मिट्टी की अपनी खासियत होती है. जानें कौन-सी मिट्टी कौन-सी सब्जियों के लिए उपयुक्त है और कैसे जैविक खाद के साथ इसे और उपजाऊ बनाया जा सकता है.
अपने बगीचे के लिए मिट्टी चुनना एक कला है, दोमट, रेतीली दोमट, या चिकनी दोमट जैसी मिट्टियाँ ही तय करती हैं कि आपके टमाटर और सब्ज़ियां कितनी अच्छी तरह पनपेंगी. मिट्टी के ढेर लाने से पहले आपको एक चीज़ का ध्यान रखना चाहिए मिट्टी की गहराई तेज़ी से बढ़ती है. गलती से ज़्यादा या कम मिट्टी खरीदने से बचने के लिए एक साधारण ऊपरी मृदा कैलकुलेटर का उपयोग करें.

दोमट मिट्टी<br />इसे बागवानी के लिए स्वर्ण मानक माना जाता है, इसमें अच्छी जल निकासी होती है, फिर भी यह नमी और पोषक तत्वों को लंबे समय तक बनाए रखती है. इसकी बनावट भुरभुरी होती है, जिससे जड़ों को बढ़ने में आसानी होती है और हवा का संचार अच्छा होता है. यह लगभग सभी प्रकार की सब्जियों के लिए सर्वश्रेष्ठ है.

रेतीली दोमट मिट्टी<br />यह दोमट मिट्टी का एक प्रकार है जिसमें रेत की मात्रा थोड़ी अधिक होती है. इसमें उत्कृष्ट जल निकासी होती है, जिससे यह जड़ वाली सब्जियों के लिए बहुत अच्छी है. यह जल्दी गर्म हो जाती है, जो शुरुआती मौसम की रोपण के लिए फायदेमंद है. हालांकि, इसे पोषक तत्वों और नमी को बनाए रखने के लिए अधिक कार्बनिक पदार्थ की आवश्यकता होती है. यह गाजर, मूली, आलू, शलजम और पत्तागोभी जैसी सब्जियों के लिए सर्वश्रेष्ठ है.
Add as Preferred Source on Google

सिल्ट वाली मिट्टी<br />इसमें रेत और चिकनी मिट्टी के बीच आकार के कण होते हैं, जो इसे चिकना महसूस कराते हैं. इसमें अच्छी नमी बनाए रखने की क्षमता होती है, साथ ही जल निकासी भी मध्यम होती है. यह खेती करने में आसान होती है और पोषक तत्वों से भरपूर हो सकती है, खासकर जब इसमें जैविक पदार्थ मिलाया जाता है. यह अधिकांश फलने वाली सब्जियाँ, जैसे टमाटर, शिमला मिर्च और कई हरी पत्तेदार सब्जियों के लिए सर्वश्रेष्ठ है.

जैविक पदार्थ से भरपूर मिट्टी<br />यह कोई अकेला मिट्टी का प्रकार नहीं है, बल्कि एक सुधरी हुई मिट्टी है. किसी भी मिट्टी में पर्याप्त मात्रा में खाद, केंचुआ खाद या अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाने से उसकी गुणवत्ता बहुत बेहतर हो जाती है. जैविक पदार्थ मिट्टी की संरचना, जल निकासी, वायु संचार और पोषक तत्वों को बनाए रखने की क्षमता को बढ़ा देते हैं. यह सभी प्रकार की सब्जियों के लिए सबसे स्वास्थ्यप्रद और उपजाऊ मिट्टी है.

जलोढ़ मिट्टी<br />यह भारत के बड़े क्षेत्रों, विशेष रूप से नदी घाटियों में पाई जाने वाली सबसे उपजाऊ मिट्टी में से एक है. यह गाद और चिकनी मिट्टी का मिश्रण होती है और स्वाभाविक रूप से नाइट्रोजन, पोटाश और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है. इसकी बनावट हल्की से लेकर चिकनी दोमट तक हो सकती है. यह गेहूँ, धान, गन्ना और आलू जैसी प्रमुख फसलें और सब्जियों के लिए सर्वश्रेष्ठ है.

महत्वपूर्ण टिप्स<br />भले ही आपकी मिट्टी इनमें से कोई भी हो, उसमें नियमित रूप से जैविक खाद मिलाना सबसे महत्वपूर्ण कदम है ताकि वह उपजाऊ बनी रहे और आपकी सब्जियों को स्वस्थ विकास के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें. अधिकांश सब्जियाँ pH 6.0 से 7.0 वाली मिट्टी में सबसे अच्छी तरह बढ़ती हैं.
First Published :
December 05, 2025, 16:28 IST
homeagriculture
जानिए कौन-सी मिट्टी है आपके सब्जियों के लिए सबसे उपजाऊ!



