अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस विशेष: बारमेड़ के युवाओं ने बनाया ट्रस्ट, गुजरात में दे रहे अपनी सेवा
रिपोर्ट: मनमोहन सेजू
बाड़मेर. अपने लिए तो हर कोई जीता हैं, लेकिन जो दूसरों के लिए जीता है उसे युगों-युगों तक याद रखा जाता है. सर्व समाज के जरूरतमंद व्यक्तिओं की सेवा में बाड़मेर के प्रवासी युवाओं का एक ट्रस्ट पिछले 9 वर्षोंं से सेवाभाव से जुटा है. बाड़मेर के युवाओं ने जय माता दी चेरिटेबल ट्रस्ट बनाकर अब तक हजारों जरूरतमन्दों के मदद की है. बाड़मेर से गुजरात गए प्रवासियों ने एक ट्रस्ट बनाकर लोगों की मदद करने का सिलसिला जारी रखा है. ट्रस्ट के सरंक्षक नरेश कुमार बोहरा का कहना है कि हम सभी निःस्वार्थ भाव से सेवा से जुड़ना चाहते हैं पर समय के अभाव एवं सही माध्यम नहीं मिल पाने की वजह से वंचित रह जाते हैं. हमारा ट्रस्ट इसी माध्यम के रूप में आपसी सहयोग से मिलने वाली राशि का सदुपयोग करने का निरंतर प्रयास करता रहता है. गौरतलब है कि हर साल 18 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस मनाया जाता है.
किए जाते हैं ये काम
ट्रस्ट द्वारा अनेकानेक सेवा कार्य योजनाबद्ध रूप से किए जा रहे हैं. सूरत ट्रस्ट के अध्यक्ष हनुमान छाजेड़ का कहना है कि ट्रस्ट अनुकम्पा प्रसादी करता है, जिसके तहत प्रत्येक रविवार को सरकारी अस्पतालों में बीमार मरीजों हेतु अल्पाहार, गरीब बस्तियों के परिवारों, मूक बधिर गृह, अनाथ आश्रम, वृद्धाश्रम में भोजन एव जरुरत की वस्तुओं की व्यवस्था करवाना एवं उनके साथ-साथ समय व्यतीत कर उनका मनोरंजन करवाते हैं.
गौ सेवा भी है लक्ष्य
अहमदाबाद ट्रस्ट के अध्यक्ष महावीर वडेरा का कहना है कि ट्रस्ट सिलाई प्रक्षिशण केंद्र के जरिए माताओं एवं बहिनों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु जन्मभूमि बाड़मेर में निशुल्क सिलाई प्रक्षिशण केंद्र चलवाकर प्रक्षिशण देता है. इनका ट्रस्ट गौ सेवा के क्षेत्र में गौशालाओं में गौ ग्रास की व्यवस्था, लम्पी स्किन बीमारी से पीड़ित गौ माता के उपचार हेतु दवाई की व्यवस्था करता है. इतना ही नहीं ट्रस्ट ने कोरोना काल में सेवा का अनूठा काम किया है. गुजरात के सूरत में 30 हजार से अधिक खाने के पैकेट बनवाकर जरुरतमंदों तक भोजन पहुंचाया. वही बाड़मेर टीम ने 2200 किट के साथ-साथ आवश्यक वस्तुएं पहुंचाकर जरुरतमंदों का सहयोग किया है.
यहां किया जा रहा संचालन
जय माता दी चेरिटेबल ट्रस्ट सूरत, अहमदाबाद, बाड़मेर व नवासरी में संचालित किया जा रहा है. ट्रस्ट ने अबोल पक्षियों हेतु परिंडे लगवाने का काम भी बखूबी से किया है. पक्षियों के लिए पहले चरण में 1000 एवं दूसरे चरण में 500 परिंडे लगवाए हैं. ट्रस्ट रक्तदान शिविर के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र 10 से अधिक बार विशाल रक्तदान शिविर के साथ एक कॉल पर यथा संभव किसी भी ग्रुप के रक्त को बाड़मेर, सूरत, अहमदाबाद और आस पास के क्षेत्र में उपलब्ध करवाता है. ट्रस्ट नो प्रॉफिट नो लॉस एम्बुलेंस सेवा भी चलाता है.
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Tags: Barmer news, Pravasi Rajasthani Friends Foundation
FIRST PUBLISHED : December 17, 2022, 19:35 IST