भीलवाड़ा का यह गांव बना चर्चा का केंद्र, यहां धूप सेंकते नजर आएंगे मगरमच्छ, लगातार बढ़ रही है आबादी

Last Updated:December 13, 2025, 07:10 IST
Crocodile Village of Bhilwara: भीलवाड़ा जिले के पोटला गांव का तालाब इन दिनों अपने अनोखे मगरमच्छों को लेकर चर्चा में है.सर्दियों में तालाब किनारे धूप सेंकते मगरमच्छों का झुंड दिखाई देता है, जिनका रंग सामान्य हरे या काले की बजाय ग्रे और सिल्वर चमक लिए होता है. यह दृश्य यात्रियों और ग्रामीणों को हैरान कर रहा है. वन विभाग ने लोगों को तालाब से दूरी बनाए रखने की चेतावनी दी है, जबकि सोशल मीडिया पर इनके वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं.
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भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा जिले का पोटला गांव इन दिनों चर्चा में है, और इसकी वजह यहां का एक पुराना तालाब है. इस तालाब ने स्थानीय लोगों के साथ-साथ यात्रियों का भी ध्यान खींचा है, क्योंकि यहां बड़ी संख्या में मगरमच्छ देखे जा सकते हैं. सर्दी में मगरमच्छों का झुंड तालाब किनारे दिखाई देने लगा है. पोटला तालाब के मगरमच्छों की सबसे दिलचस्प बात उनका रंग है.आमतौर पर जिन मगरमच्छों को देखा जाता है, उनका रंग गाढ़ा हरा या काला होता है, लेकिन यहां के मगरमच्छ ग्रे और सिल्वर रंग की चमक लिए दिखाई देते हैं. यह दृश्य लोगों को चौंका देता है.
स्थानीय निवासी कैलाश जाट ने बताया कि पोटला तालाब में वर्षों से मगरमच्छों की मौजूदगी रही है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उनकी संख्या और उनकी पहचान में एक अनोखा बदलाव साफ दिखाई देने लगा है. इस क्षेत्र के मगरमच्छों का रंग पारंपरिक रूप से देखे जाने वाले मगरमच्छों की तुलना में हल्का, ग्रे और मेटैलिक चमक लिए होता है. सर्दी के इस मौसम में धूप के पड़ते ही इनका रंग और भी ज्यादा चमकदार दिखने लगता है, जो इन्हें एक अलग ही रूप देता है.
तालाब के किनारे धूप सेंकते नजर आ जाएंगे मगरमच्छ
उन्होंने बताया कि कई लोग इसे तालाब की मिट्टी और पानी की विशेषताओं के कारण उत्पन्न प्राकृतिक बदलाव मानते हैं. सर्दी के मौसम में मगरमच्छ अक्सर धूप सेकने के लिए किनारों पर निकल आते हैं. सुबह के समय तालाब किनारे बड़ी संख्या में मगरमच्छों का झुंड एक साथ लेटा देखा जा सकता है. यह नज़ारा देखकर पहली बार आने वाले लोग दंग रह जाते हैं, जबकि स्थानीय लोग इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा मान चुके हैं.हालांकि वन विभाग ने चेतावनी जारी की है कि ग्रामीण और पर्यटक तालाब के बिल्कुल नजदीक न जाएं, क्योंकि मगरमच्छ भले ही शांत दिखाई दे, लेकिन खतरा बरकरार रहता है.
गांव की पहचान बन चुका है पोटला तालाब
कैलाश जाट बताते हैं कि यह तालाब उनके लिए सिर्फ जलस्रोत नहीं, बल्कि गांव की पहचान बन चुका है. यहां आने वाले यात्री अक्सर मोबाइल के कैमरे से चमकीले मगरमच्छों की तस्वीरें लेने लगते हैं. सोशल मीडिया पर भी इन मगरमच्छों के वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिससे गांव की लोकप्रियता बढ़ रही है. कई पर्यटक इसे मगरमच्छ गांव कहकर संबोधित करने लगे हैं. वन विभाग के कर्मचारी समय-समय पर तालाब की निगरानी करते हैं और लोगों को सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह देते हैं. पोटला तालाब में मगरमच्छों की बढ़ती संख्या और उनके अनोखे रंग का वैज्ञानिक अध्ययन भविष्य में किया जा सकता है. फिलहाल, सर्दियों में धूप का आनंद लेते इन ग्रे-सिल्वर मगरमच्छों का दृश्य भीलवाड़ा में एक अलग आकर्षण बन चुका है, जो प्रकृति की विचित्रता और सुंदरता दोनों को एक साथ समेटे हुए है.About the Authordeep ranjan
दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट…और पढ़ें
Location :
Bhilwara,Rajasthan
First Published :
December 13, 2025, 07:10 IST
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भीलवाड़ा का यह गांव बना चर्चा का केंद्र, यहां धूप सेंकते नजर आएंगे मगरमच्छ



