Kota News: निवेश के नाम पर ठगी… भरोसे का ऐसा दंश, कि जिंदगी खत्म करने पर मजबूर हुई महिला!

Last Updated:October 15, 2025, 21:07 IST
Kota News: कोटा की उषा वर्मा ने टेलीग्राम ग्रुप की ऑनलाइन निवेश स्कीम में पांच लाख गंवाए, पैसे न मिलने पर आत्महत्या की. पुलिस जांच में साइबर ठगी की पुष्टि हुई है.
हिमांशु मित्तल/कोटा. शहर से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. साइबर ठगी के जाल में फंसकर आर्थिक नुकसान झेलने के बाद एक महिला ने आत्महत्या कर ली. मृतका की पहचान 40 वर्षीय उषा वर्मा के रूप में हुई है, जो श्रीपुरा इलाके की निवासी थीं. जानकारी के अनुसार, उषा ने टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से एक ऑनलाइन निवेश योजना में लगभग पांच लाख रुपए का निवेश किया था. जब उन्हें अपने पैसे वापस नहीं मिले तो वे गहरी परेशानी में चली गईं और अंततः आत्महत्या का कदम उठा लिया.
परिवार के अनुसार, कुछ महीने पहले किसी ने उषा को टेलीग्राम पर एक इन्वेस्टमेंट स्कीम का लिंक भेजा था. शुरुआत में मामूली मुनाफा दिखाकर उनका भरोसा जीता गया. धीरे-धीरे उषा ने अपनी जमा पूंजी और कुछ उधार लेकर कुल पांच लाख रुपए उस स्कीम में निवेश कर दिए. लेकिन जैसे ही उन्होंने रिटर्न की मांग की, उन्हें ग्रुप से ब्लॉक कर दिया गया. कई बार कोशिश करने के बावजूद उन्हें पैसे वापस नहीं मिले. इससे वे मानसिक रूप से टूट गईं और गहरी निराशा में चली गईं.
पुलिस जांच में जुटी, मोबाइल और दस्तावेज जब्तसूत्रों के अनुसार, बीती रात उषा ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने मौके से कुछ दस्तावेज और मोबाइल फोन जब्त किया है, जिसमें टेलीग्राम ग्रुप से हुई चैटिंग के सबूत मिलने की संभावना है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आत्महत्या के कारणों की गहराई से जांच की जा रही है. प्रारंभिक जांच में साइबर ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह टेलीग्राम ग्रुप किसने बनाया और किन लोगों ने उषा वर्मा से संपर्क किया था.
ऑनलाइन ठगी पर उठे सवाल
इस घटना ने कोटा में ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं. साइबर ठग अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए भरोसेमंद निवेश के नाम पर आम लोगों की मेहनत की कमाई हड़प रहे हैं. पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी ऑनलाइन निवेश स्कीम में पैसा लगाने से पहले उसकी पूरी जांच करें और किसी संदिग्ध लिंक या ग्रुप से दूर रहें.
Anand Pandey
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल… और पढ़ें
First Published :
October 15, 2025, 21:07 IST
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निवेश के नाम पर ठगी… भरोसे का ऐसा दंश कि जिंदगी खत्म करने पर मजबूर हुई महिला



