Rajasthan

ऐसे निकलता है सोने जैसा सुनहरा घी, शुद्धता की सौ प्रतिशत गारंटी, हर एक बूंद में अमृत!

पहले के जमाने में लोगों को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं हुआ करती थी. लोग अच्छे से खाया-पिया करते थे. उनके खाने में जमकर घी का प्रयोग किया जाता था. लेकिन उसके बाद विदेशियों ने आकर भारत के लोगों के खाने से घी खत्म करवा दिया. शुद्ध घी की जगह लोग रिफाइंड ऑइल में खाना बनाने लगे. अब जाकर ये बात सामने आ रही है कि कई बीमारियों की जड़ यही तेल है.

भारत में इस्तेमाल होने वाला घी असल में कई बीमारियों की दवा है. लेकिन समय के साथ अब कई लोगों ने घी बनाने के दौरान इसमें मिलावट भी शुरू कर दी है. कम मक्ख़न से ज्यादा घी निकले, इसके लिए कई तरह के तिगड़म भिड़ाए जाते हैं. फैक्ट्रियों में बनने वाले घी कितने शुद्ध हैं, इसका तो हम कुछ नहीं कह सकते लेकिन राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में आज भी हाथों से सोने सा सुनहरा घी बनाया जाता है. इसकी एक बूंद अमृत जैसी होती है.

आसानी से करते है तैयारसोशल मीडिया पर शेयर किये गए वीडियो में ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को घी तैयार करते दिखाया गया. महिला ने सबसे पहले गाय का दूध निकला. इसके बाद दूध को गर्म किया गया. हल्का गर्म रह जाने पर इसके अंदर जामवन डालकर इसका दही बना लिया गया. अब मलाई की जगह इसी दही को उन्होंने हाथों से मथना शुरू किया. इससे जमा मक्कन को सीधे आग पर चढ़ा दिया गया, जिसके बाद मटके में अमृत तैयार हो गया.

FIRST PUBLISHED : May 3, 2024, 11:33 IST

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