Ayurvedic Health Benefits of Sadabahar Flower for Diabetes and BP

Last Updated:November 01, 2025, 13:15 IST
Health Tips: भरतपुर के आसपास आमतौर पर मंदिरों और घरों में दिखने वाला सदाबहार फूल सिर्फ सुंदरता नहीं, बल्कि सेहत का खजाना भी है. आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. चंद्र प्रकाश दीक्षित के अनुसार, इसके पत्ते और फूल डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर और त्वचा रोगों में लाभकारी हैं. सदाबहार की पत्तियों में मौजूद तत्व ब्लड शुगर को नियंत्रित करते हैं और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं. इसका सेवन करने से पहले चिकित्सक से सलाह लेना आवश्यक है.

भरतपुर के आसपास दिखने वाला सदाबहार फूल न सिर्फ अपनी खूबसूरती से मन मोह लेता है, बल्कि सेहत के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं है. यह फूल अधिकतर मंदिरों और बगीचों में देखने को मिलता है, जहाँ इसकी हरी-भरी पत्तियाँ और गुलाबी-सफेद रंग के फूल वातावरण को आकर्षक बना देते हैं. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि यह फूल केवल सजावट के लिए नहीं, बल्कि अपने आयुर्वेदिक गुणों के लिए भी काफी अच्छा है. इसके औषधीय गुण इसे पारंपरिक चिकित्सा में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाते हैं.

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. चंद्र प्रकाश दीक्षित के अनुसार, सदाबहार पौधे में कई औषधीय तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर की विभिन्न बीमारियों को दूर करने में मददगार हैं. इसमें मौजूद सक्रिय तत्व शरीर में होने वाली कई गंभीर बीमारियों, जैसे डायबिटीज (मधुमेह) और हाई ब्लड प्रेशर में लाभकारी साबित होते हैं. डॉ. दीक्षित बताते हैं कि सदाबहार के पत्तों का रस विशेष रूप से शुगर (ब्लड शुगर लेवल) को नियंत्रित करने में अत्यंत प्रभावी होता है. इन पत्तियों में एल्कलॉइड जैसे तत्व होते हैं, जो इंसुलिन के उत्पादन में मदद करते हैं और शरीर से विषाक्त पदार्थों (टॉक्सिन्स) को बाहर निकालकर रक्त को भी साफ करते हैं. यह गुण सदाबहार को डायबिटीज के मरीजों के लिए एक रामबाण औषधि बनाता है.

आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, सदाबहार के पत्तों का रस शुगर के मरीजों के लिए किसी प्राकृतिक दवा से कम नहीं है. इसका सीमित मात्रा में सेवन करने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है. इसके अलावा, यह पौधा त्वचा रोगों में भी बेहद फायदेमंद माना गया है. यदि इसके फूलों या पत्तों का पेस्ट त्वचा के प्रभावित स्थान पर लगाया जाए, तो यह खुजली, फोड़े-फुंसी और मुंहासों में राहत देता है. इस प्रकार, सदाबहार न केवल आंतरिक स्वास्थ्य (डायबिटीज) के लिए, बल्कि बाहरी त्वचा की समस्याओं के लिए भी एक असरदार प्राकृतिक औषधि है.

सदाबहार फूल का उपयोग आयुर्वेदिक औषधियों में भी लंबे समय से किया जा रहा है. माना जाता है कि यह पौधा शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाने में मदद करता है और मानसिक तनाव (Stress) को कम करने में सहायक होता है. तनाव कम करने के गुण के कारण यह समग्र स्वास्थ्य में सुधार करता है. साथ ही, यह रक्त प्रवाह को संतुलित रखता है, जो शरीर के लिए काफी अच्छा और फायदेमंद होता है. इस प्रकार, सदाबहार शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक शांति प्रदान करने में भी सहायक है.

डॉक्टर दीक्षित ने यह भी बताया है कि सदाबहार पौधे का सेवन करते समय सावधानी बरतना जरूरी है. यह एक औषधीय पौधा होने के कारण, इसका सेवन डॉक्टरों की देखरेख एवं सलाह पर ही करना चाहिए. इसका कारण यह है कि इसकी मात्रा अधिक हो जाने पर शरीर पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है. इसलिए, किसी भी तरह के साइड इफेक्ट से बचने के लिए, इसका उपयोग हमेशा किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह पर ही करें, खासकर डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों के प्रबंधन के लिए.

सदाबहार फूल की यही खासियत है कि यह न सिर्फ वातावरण को सुंदर बनाता है, बल्कि शरीर को भी स्वस्थ रखता है. यही वजह है कि यह फूल अब हर बगीचे और मंदिर की शोभा बढ़ाने के साथ-साथ आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी अपना विशेष स्थान बना चुका है. आज भी लोग इसे आयुर्वेद के सिद्धांतों के हिसाब से इस्तेमाल करते हैं, जो शरीर की गंभीर बीमारियों को ठीक करने में काफी मददगार होता है. यह फूल प्राकृतिक सुंदरता और प्राचीन उपचार पद्धतियों का एक अनूठा संगम है.
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November 01, 2025, 13:15 IST
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मंदिरों में दिखने वाला ये साधारण फूल कंट्रोल करता है डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर!



