Video: लाह की चूड़ियों से लखपति बनने का हुनर सीख रहीं महिलाएं, लागत कम, मुनाफा ज्यादा का कारोबार

रिपोर्ट- शशिकांत ओझा
पलामू. महिलाओं के शृंगार प्रसाधन में सबसे अधिक महत्व रखने वाली चूड़ियां, बाजार में अलग-अलग डिजाइन की मिलती हैं. कारीगरी जैसी, चूड़ी का दाम उसके हिसाब से तय होता है. अगर चूड़ी लाह की है, तो न सिर्फ इसका महत्व बढ़ जाता है, बल्कि कीमत भी कई गुना ज्यादा होती है. लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि लाह की चूड़ियां बनाना आसान नहीं है. एक सेट चूड़ी बनाने में घंटेभर से ज्यादा समय लगता है. वहीं अगर दुल्हन के लिए लाह की चूड़ी बनाने की बात हो, तो 24 घंटे तक लग जाते हैं.
झारखंड के पलामू में महिलाओं को लाह या लाख की चूड़ी बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है. लाह की चूड़ी के निर्माण की प्रक्रिया काफी लंबी है. महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए हिंडालको की सीएसआर टीम की तरफ से प्रोजेक्ट पंख के तहत उन्हें लाह की चूड़ी बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है. पलामू ट्रेनिंग सेंटर की ट्रेनर संगीता गोयल बताती हैं कि लाह की एक चूड़ी तैयार करने में 24 घंटा का समय लगता है. वहीं दुल्हन चूड़ी और भांगड़ा चूड़ी अगर खास डिजाइन की हो, तो इसे तैयार होने में दो से तीन लोगों की मेहनत और लगभग तीन दिन का समय भी कई बार लग जाता है. आप लोकल18 के वीडियो में लाह की चूड़ी बनाने की पूरी प्रक्रिया को देख सकते हैं.
ऐसे तैयार होती है लाह की चूड़ी
सबसे पहले एक्शन बॉन्ड नामक कैमिकल के दो प्रेस हार्डनर और सॉफ्टनर को मार्बल पत्थर के पाउडर में बराबर मात्रा में अलग-अलग मिक्स किया जाता है, जिससे लाह के दो प्रकार तैयार होते हैं.
इसके बाद तैयार लाह को बराबर मात्रा में लेकर आपस में 15 मिनट तक मिक्स किया जाता है. फिर फाइबर के सांचे में लाह को अच्छी तरह भरा जाता है.
इस काम में काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है. सांचे में भरा जाने वाला मिक्सचर सही तरीके से बैठ जाए, यह सधे हाथों का काम है.
इसके बाद लाह पर डिजाइन बैठाया जाता है, जिसमें चांदला, फ्लावर, चैन, नग आदि शामिल है. इसे बड़ी बारीकी के साथ चिमटी, प्लास, कैंची, कटर के प्रयोग से बैठाया जाता है.
चूड़ी की खूबसूरती बढ़ाने के लिए चूड़ी में जरी लगाई जाती है. इससे चूड़ी और चमकदार दिखती है.
इसके बाद चूड़ी को 24 घंटे के लिए सूखने के लिए पाइप में लटका दिया जाता है.
24 घंटे के बाद जब चूड़ी तैयार हो जाती है, तो उसे सूती कपड़े से साफ कर पैकिंग की जाती है. यहीं से चूड़ी मार्केट में भेजे जाने के लिए तैयार हो जाती है.
इन चीजों के इस्तेमाल से बनता है चूड़ीसंगीता गोयल बताती हैं कि लाह की चूड़ी बनाने का प्रशिक्षण लेकर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं. क्योंकि चूड़ी कारोबार में लागत कम है, जबकि मुनाफा दोगुना. उन्होंने बताया कि 6 सेट का चूड़ी तैयार करने में एक घंटे का समय लगता है जिसकी लागत 35 से 40 रुपए होती है. वहीं बाजार में यह चूड़ी 80 से 90 रुपए प्रति सेट के हिसाब से मिलती है. वहीं लाह की चूड़ी बनाने की अधिकतम लागत 55 से 60 रुपए है, जो बाजार में 130 से 150 रुपए सेट के हिसाब से बिकता है. इसी तरह दुल्हन चूड़ी की बात करें तो उसे फोटो और नाम के साथ तैयार करने में 300 से 350 रुपए की लागत आती है. इसकी कीमत बाजार में 1000 से 2000 रुपए तक होती है. कारीगरों के मुताबिक दुल्हन चूड़ी को तैयार करने में एक दिन का समय लग जाता है.
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FIRST PUBLISHED : January 23, 2024, 14:31 IST