एक सीट पर 3 ‘राजकुमार’ प्रत्याशी, संयोग, साजिश या फिर कुछ और! जानें क्या है पूरा फसाना

डूंगरपुर. लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत नाम वापस लेने की तारीख निकल जाने के बाद अब चुनावी मैदान में डटे उम्मीदवारों की तस्वीर साफ हो चुकी है. उसके बाद राजस्थान की बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर अजब गजब तस्वीर उभरकर आई है. इस सीट के लिए आठ उम्मीदवार चुनाव मैदान में है. लेकिन खास बात ये है कि इन आठ में से तीन उम्मीदवार एक ही नाम ही नाम के हैं. इनका नाम ‘राजकुमार’ है. ऐसे में यहां चुनावी मुकाबला रोचक हो सकता है.
राजस्थान की बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है. यह सीट पिछले कुछ दिनों से हॉट सीट बनी हुई है. कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कद्दावर आदिवासी नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीय को भाजपा द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने और कांग्रेस के भारत आदिवासी पार्टी से गठबंधन पर चले घटनाक्रम को लेकर यह सीट खासा सुर्खियों में है. अब उम्मीदवारों के नाम वापस लेने का समय गुजर जाने के बाद एक और रोचक तथ्य निकलकर सामने आया है. इसके कारण भी यह सीट सुर्खियां बटोर रही है.
कुल आठ उम्मीदवार हैं चुनाव मैदान में
दरअसल बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर आठ प्रत्याशी मैदान में हैं. इसमें भाजपा से महेंद्रजीत सिंह मालवीय, कांग्रेस से अरविन्द डामोर, भारत आदिवासी पार्टी से राजकुमार रोत, इंडियन पीपुल ग्रीन पार्टी से शंकर बामनिया और बहुजन समाजवादी पार्टी से दिलीप कुमार मीणा उम्मीदवार हैं. वहीं 3 निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में हैं. इनमें से एक का नाम बंशीलाल और बाकी उम्मीदवारों के नाम राजकुमार हैं.
बाप प्रत्याशी बोले, संयोग नहीं बल्कि साजिश
ऐसे में इस सीट पर एक ही नाम ‘राजकुमार’ से तीन प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. इस मामले को लेकर भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार ने इसे संयोग नहीं बल्कि साजिश बताया है. राजकुमार रोत ने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव में मतदाताओ को भ्रमित करने के लिए उनके प्रतिद्वंदी उम्मीदवार ने राजकुमार नाम के निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं.
रोत ने लगाया वोट बैंक प्रभावित करने का आरोप
इतना ही नहीं इन निर्दलीय राजकुमारों के चुनाव चिन्ह भी जान बूझकर भारत आदिवासी पार्टी के चुनाव चिन्ह से मिलते जुलते लिए गए हैं ताकि बाप का वोट बैंक प्रभावित किया जा सके. भारत आदिवासी पार्टी के उम्मीदवार राजकुमार ने कहा कि प्रतिद्वंदी उम्मीदवार की यह साजिश नाकाम साबित होने वाली है.
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FIRST PUBLISHED : April 10, 2024, 15:41 IST