Rajasthan

Khatu Shyam Mandir: Baba Shyam will not give darshan to devotees today, know why this will happen, this will be the time when the temple will reopen

Last Updated:July 26, 2025, 12:08 IST

Khatu Shyam ji Mandir Close: विश्व प्रसिद्ध बाबा श्याम के भक्तों के लिए एक बड़ी खबर है. अगर आप आज खाटूश्याम जी मंदिर में जाकर बाबा श्याम के दर्शन करने की योजना बना रहे हैं, तो रुक जाइए क्योंकि खाटूश्याम जी मंदि…और पढ़ें

हाइलाइट्स

आज बाबा श्याम के दर्शन नहीं होंगे.शाम 5 बजे संध्या आरती के बाद मंदिर खुलेगा.बाबा श्याम दो स्वरूपों में दर्शन देते हैं.

श्री श्याम मंदिर कमेटी के मंत्री मानवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि मंदिर परंपरा के अनुसार अमावस्या के दिन पंचद्रव्यों से बाबा श्याम का तिलक श्रृंगार उतारा जाता है. इसके बाद कुछ दिनों तक बाबा श्याम अपने मूल रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं. फिर कुछ दिन बाद बाबा श्याम का तिलक श्रृंगार किया जाता है, जिसमें 8 से 12 घंटे लगते हैं. आज 26 जुलाई को बाबा श्याम का विशेष तिलक श्रृंगार होगा. इसके चलते बीती रात 10 बजे शयन आरती के बाद मंदिर के कपाट आम दर्शनों के लिए बंद कर दिए गए हैं.

इसके बाद आज आज मंगला आरती के समय भक्तों के लिए खाटूश्याम जी मंदिर के कपाट नहीं खोले गए हैं. बाबा श्याम की भोग आरती के बाद बाबा के श्रृंगार की प्रक्रिया शुरू होती है. जो, दिन भर चलती रहती है. यानी आज बाबा श्याम पूरे दिन भर भक्तों को दर्शन नहीं देने वाले हैं. शाम 5 बजे संध्या आरती के समय आम भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोले जाएंगे. मंदिर कमेटी ने सभी श्याम श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि मंदिर खुलने के बाद ही दर्शन के लिए आएं.

बाबा श्याम दो स्वरूपों में भक्तों को देते हैं दर्शनआपको बता दें कि इस बाबा श्याम अपने भक्तों को महीने में दो रूप में दर्शन देते हैं. कृष्ण पक्ष में श्याम वर्ण (पीला रंग) और शुक्ल पक्ष में पूर्ण शालिग्राम (काला रंग)के रूप में नजर आते हैं. कृष्ण एवं शुक्ल पक्ष के अनुसार बाबा का अलग-अलग शृंगार होता है. कृष्ण पक्ष में तिलक के रूप में बाबा को ललाट से गालों तक चंदन का लेप किया जाता है. इसे श्याम वर्ण रूप कहा जाता है. इसी शृंगार के लिए बाबा श्याम का मंदिर आम दर्शनों के लिए बंद रहता है. इसके अलावा बाबा श्याम की रोजाना पांच बार आरती होती है. जिसमें श्रृंगार आरती और संध्या आरती के समय रोजाना बाबा श्याम का फूलों और देव वस्त्रों से विशेष श्रृंगार किया जाता है.

कौन हैं बाबा श्यामहारे के सहारे बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है. महाभारत युद्ध के दौरान भीम के पौत्र बर्बरीक कौरवों की तरफ से युद्ध में शामिल होने जा रहे थे. बर्बरीक के पास तीन ऐसे तीर थे, जो पूरे युद्ध को पलट सकते थे. इस पर भगवान कृष्ण ब्राह्मण के रूप में आए और उनसे शीश दान में मांग लिया. बर्बरीक ने बिना संकोच अपना शीश दान दे दिया. तब भगवान कृष्ण ने प्रसन्न होकर कहा, ‘बर्बरीक‘ तुम्हें कलयुग में श्याम के नाम से पूजा जाएगा, लोग तुम्हें मेरे नाम से पुकारेंगे और तुम अपने भक्तों के हारे का सहारा बनोगे.

Rupesh Kumar Jaiswal

रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन…और पढ़ें

रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन… और पढ़ें

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Sikar,Rajasthan

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आज भक्तों को दर्शन नहीं देंगे बाबा श्याम, ये रहेगा मंदिर दोबारा खुलने का समय 

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