kheer will not be offered in kotdi shyam temple, the worshipable deity of mewar, know the reason – News18 हिंदी

रवि पायक/भीलवाड़ा. मेवाड़ के आराध्य देव कहे जाने वाले श्री कोटडी श्याम मंदिर में इस बार खीर का भोग नहीं लगने वाला है, क्योंकि शरद पूर्णिमा पर रात को इस बार खण्ड ग्रहण होने के चलते चन्द्रमा की अमृतदायनी किरणों में बना कर लगने वाला भोग कोटडी श्याम को नहीं लगेगा. सूतक के कारण घरों, मंदिरों में संध्या और शयन आरती भी नहीं हो पाएगी. ऐसे में शरद पूर्णिमा एक दिन पहले 27 अक्टूबर को मनाई जाएगी.
श्री चारभुजा नाथ मंदिर कोटड़ी के पुजारी सूर्यप्रकाश पाराशर ने बताया कि 28 सितम्बर को शरद पूर्णिमा पर खण्ड ग्रहण की शुरुआत मध्य रात्रि 1.05 बजे से होगी और 2.24 बजे तक ग्रहण का सूतक रहेगा. सूतक ग्रहण शुरू होने से नौ घंटे पहले से शुरू हो जाता है और ग्रहण खत्म होने के साथ सूतक खत्म होता है. सूतक शाम में 4.05 मिनट पर प्रारंभ हो जाएगा. सूतक के समय कोटडी श्याम मंदिर के पट भी बन्द रहेंगे व पूजा-अर्चना भी नहीं होगी.
जाने कहां से है कोटडी श्याम
भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी कस्बे में स्थित कोटडी श्री चारभुजा नाथ मंदिर मेवाड़ के आराध्य देव में से एक माने जाते हैं. यहां पर भीलवाड़ा जिला ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी भक्त दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं और हर ग्यारस को यहां पर भक्तों का जन्म से लाभ उम्र पड़ता है क्योंकि यह मंदिर इतना प्रमुख है कि भक्तों की इससे से अटूट आस्था है.
.
Tags: Bhilwara news, Dharma Aastha, Latest hindi news, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : October 27, 2023, 17:16 IST