Rajasthan

अरावली की पहाड़ियों के बीच है पीपलेश्वर महादेव मंदिर, यहां निरंतर बहता है झरना

धीरज सांखला/सिरोही: अरावली की पहाड़ियों के मध्य बसा एक ऐसा मंदिर जो कि चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ है. सिरोही के वेराविलपुर क्षेत्र में स्थित भगवान भोले का यह मंदिर जिसे पिपलेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है. यह सिरोही से शिवगंज जाने वाले मार्ग पर नेशनल हाईवे से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर अरावली की पहाड़ियों के मध्य बसा हुआ है. यह एक बहुत प्राचीन मंदिर है.

मान्यता है कि पौराणिक समय में स्थानीय क्षेत्र में गैनजी महाराज नामक एक ऋषि हुआ करते थे, उनके द्वारा इस मंदिर की स्थापना की गई थी. इस मंदिर में एक अलग ही शांति एवं सुकून की अनुभूति होती है. इस मंदिर के निकट ही एक कुंड भी बना हुआ हैं. इस कुंड से निकलने वाला एक झरना जिसे स्थानीय लोग गंगा कहते हैं, वह वर्ष पर्यंत निरंतर चलता रहता है, कभी भी रुकता नहीं है.

पहाड़ियों एवं घने जंगलों से घिरे होने के कारण इस मंदिर परिसर के आसपास कई बार अनेक जंगली पशु जैसे की तेंदुआ, भालू आदि विचरण करने आते रहते हैं. लेकिन, यह जंगली पशुओं द्वारा कभी भी किसी भी दर्शनार्थी को नुकसान नहीं पहुंचा गया है.

आज भी यहां होती है तपस्या
मंदिर परिसर में मंदिर के पीछे गुफा भी बनी हुई है, जिसमें भगवान शंकर का एक छोटा मंदिर निर्मित किया गया है. साथ ही, ऊपर पहाड़ी पर भी ऋषि द्वारा भगवान बोले की तपस्या करने के लिए एक मंदिर का निर्माण करवाया गया था. मंदिर परिसर में एक हवन कुंड भी निर्मित किया गया है. यहां शांति एवं एकांत इलाका होने के कारण आज भी यहां ऋषि तपस्या करने आते हैं.

Tags: Local18, Religion 18, Sirohi news

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj