Rajasthan News: अधर में ट्रेनी थानेदारों का भविष्य, वर्दी मिलेगी या नहीं! चिंता में परिजन, दी बड़ी चेतावनी

जयपुर. राजस्थान में अशोक गहलोत राज में हुई पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 भजनलाल सरकार के जी का जंजाल बन गई है. यह परीक्षा पेपर लीक केस को लेकर सूबे में सर्वाधिक गरम मुद्दा बनी हुई है. पेपर लीक केस की जांच कर रही है एसओजी धड़ाधड़ नकलची थानेदारों को गिरफ्तार कर रही है. दूसरी तरफ युवा परीक्षा में हुई भारी धांधली के कारण उसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं. अब परीक्षा में चयनित और ट्रेनिंग कर रहे ट्रेनी थानेदारों के परिजन भी मैदान में आ डटे हैं. उनका कहना है कि परीक्षा में धांधली करने वालों की सजा अगर ईमानदारी से परीक्षा पास करने वाले युवाओं को दी गई तो वे लोग सामूहिक रूप से आत्मदाह कर लेंगे.
राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे इसकी पेचिदगियां बढ़ती जा रही है. परीक्षा में हुए भारी फर्जीवाड़े के बाद भजनलाल सरकार ने इसे रद्द करने या नहीं करने का फैसला लेने के लिए मंत्रियों की छह सदस्यीय कमेटी बना रखी है. इस कमेटी की दो बैठकें भी हो चुकी हैं. अब सरकार दोराहे पर फंसी है. सरकार अगर परीक्षा रद्द नहीं करती है तो इस एग्जाम में वंचित रहे युवाओं समेत अन्य युवाओं का आक्रोश झेलना पड़ेगा. वहीं अगर रद्द करते हैं तो जो अभ्यर्थी ईमानदारीपूर्वक परीक्षा पास कर थानेदार बने हैं उनके और उनके परिजनों का आक्रोश झेलना पड़ेगा.
भर्ती रद्द की गई तो सामूहिक रूप से आत्मदाह कर लेंगेएसआई भर्ती 2021 को रद्द करने कराने के लिए आए दिन विरोध प्रदर्शन हो रहे थे लेकिन अब इसे रद्द नहीं करने के लिए विरोध प्रदर्शन किया गया है. यह प्रदर्शन राजधानी जयपुर में रविवार को किया गया. यह प्रदर्शन एसआई के सफल अभ्यर्थियों के परिजनों ने शहीद स्मारक पर किया. उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि उनके बच्चों से मेहनत का फल छीना गया और भर्ती रद्द की गई तो वे सामूहिक आत्मदाह कर लेंगे. इन परिजनों का कहना है हमने बरसों पाई पाई जोड़कर और अपना पेट काटकर बच्चों को सफल बनाया है. यहां किसी पंक्चर वाले का बेटा सफल हुआ है तो किसी किसान ने बच्चे सफल बनाने में अपनी जी जान लगा दी. किसी का पति सेना से रिटायर होकर सफल हुआ है तो किसी विधवा ने अपनी बेटी को सफल बनाने के लिए जीवन समर्पित कर दिया.
सभी को शक की नजर से देखा जा रहा हैउनका कहना है एसओजी की कार्रवाई के बाद कोई भी इन लोगों की मेहनत नहीं देख रहा है. सभी को शक की नजर से देखा जा रहा है. उनका कहना है कि जो दोषी हैं उन्हें भले ही फांसी पर चढ़ा दो लेकिन जो ईमानदारी से थानेदार बने हैं उनके साथ न्याय होना चाहिए. उनकी पूरी जिंदगी और परिवार इस नौकरी पर टिका है. फिलहाल इन परिजनों ने शहीद स्मारक पर धरना दे दिया है. उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है सरकार जब तक ये ऐलान नहीं करेगी कि दोषियों को सजा और निर्देशों को इंसाफ मिलेगा तब तक वे यहीं बैठे रहेंगे. आमरण अनशन करेंगे. बहुत परिजनों की तरफ से तो आत्मदाह करने की चेतावनी तक सरकार को लिखित में दी गई है.
FIRST PUBLISHED : October 14, 2024, 08:59 IST