सीकर में कैदियों के रोजगार पर ग्रहण, लोग दूसरे चिपको आंदोलन का दे रहे चेतावनी, जानें पूरा माजरा

Last Updated:April 13, 2025, 15:45 IST
Sikar News: सीकर में कैदियों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जेल प्रशासन की ओर से पेट्रेाल पंप बनवाया जा रहा है. हालांकि इसका विरोध भी शुरू हो चुका है. लोगों को कहना है कि ग्रामीण महिला कॉलेज और हॉस्टल है, जहां प…और पढ़ेंX
पेड़ों को काटकर पेट्रोल पंप बनाए जाने पर विरोध
हाइलाइट्स
सीकर में कैदियों के लिए पेट्रोल पंप का विरोध.लोगों ने पेड़ काटने और असुरक्षा का विरोध किया.दूसरे चिपको आंदोलन की चेतावनी दी गई.
सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में कैदियों को रोजगार देने और इनके परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए जेल के बाहर पेट्रोल पंप बनाया जा रहा है. लेकिन, इसका सीकर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग विरोध कर रहे हैं. कैदियों के लिए यह पेट्रोल पंप जेल के बाहर स्थित परिसर में बनाया जा रहा जा रहा है, जहां, सैकड़ों हरे फलदार पेड़ है. इसके अलावा जो जगह पेट्रोल पंप के लिए चिह्नित की गई है, उसके बिल्कुल सामने ग्रामीण महिला कॉलेज और हॉस्टल है जहां पर 3500 से अधिक लड़कियां पढ़ती है.
इस वजह से कर रहे हैं विरोध
पर्यावरण प्रेमी अभिलाषा रणवा ने बताया कि पेट्रोल पंप बनाए जाने वाली जगह पर करीब 250 से अधिक हरे भरे पेड़-पौधे हैं और इसमें 150 से अधिक पेड़ फल भी दे रहे हैं. इस कारण इनमें से दर्जनों पेड़ काटे जाएंगे, इसलिए शहर के लोग इसका विरोध कर रहे हैं. रणवा ने कहा कि जेल के बाहर पेट्रोल पंप बनने से लड़कियों को परेशानी होगी. साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान होगा. इसलिए पर्यावरण प्रेमी और शहर के विभिन्न सामाजिक संगठन मिलकर इसका विरोध कर रहे हैं.
दूसरे चिपको आंदोलन की चेतावनी
आपको बता दें कि मनु स्मृति संस्थान की सचिव अभिलाषा रणवा ने अपने पिता मनसुख रणवा की स्मृति में सीकर जेल परिसर में करीब 2000 से अधिक पौधे लगाए है. इनकी देखभाल भी इनके द्वारा ही की जा रही है. अभिलाषा रणवा ने बताया कि वे हर तीसरे दिन जाकर इन पौधों की देखरेख करती हैं. लेकिन, अब प्रशासन द्वारा पेड़ों को काटा जा रहा है. इसके अलावा ग्रामीण महिला कॉलेज में गांव-देहात की हजारों लड़कियां पढ़ती है. उनकी सुरक्षा की दृष्टि से भी कॉलेज के गेट के सामने पेट्रोल पंप नहीं बनना चाहिए. राजकीय विज्ञान महाविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष संदीप नेहरा ने बताया कि अगर प्रशासन 7 दिनों के अंदर पेट्रोल पंप बनाने के फैसले को वापस नहीं लेता है तो, सीकर में दूसरा चिपको आंदोलन होगा. जहां, शहर के लोग पेड़ों पर चिपक कर अपनी जान दे देंगे.
पेड़ों को केमिकल डालकर सुखाने का आरोप
वीर तेजा सेना राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष श्रीराम बिजारणिया ने बताया कि जिन पेड़ों को बचाने के लिए शहर के लोग आंदोलन कर रहे हैं, उन पेड़ों को जेल प्रशासन द्वारा पानी नहीं दिया जा रहा है. अभिलाषा रणवा ने बताया कि जेल परिसर में जो पेड़ हरे भरे हैं, वे पेड़ अब पूरी तरीके से सूख चुके हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि पेड़ों को जल्दी सुखाने के लिए जेल प्रशासन द्वारा केमिकल डाला जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना के बाद सीकर के जिला कारागृह के कैदियों के रोजगार के लिए पेट्रोल पंप बनाया जा रहा है. इसमें वे पेट्रोल व डीजल बेचकर अपना परिवार पालेंगे. इसके लिए शिवसिंहपुरा स्थित जेल के बाहर पेट्रोल पंप खुलेगा. 24 घंटे खुले रहने वाले पंप में कर्मचारियों को तीन शिफ्ट में रोजगार मिलेगा. दो महीने में पेट्रोल पंप शुरू होने की संभावना है.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
April 13, 2025, 15:45 IST
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सीकर में लोग क्यों दे रहे दूसरे चिपको आंदोलन की चेतावनी, जानें पूरा माजरा