सिविल लाईन विधायक गोपाल शर्मा को हैरिटेज निगम की साधारण सभा में पीटने दौडे कुछ कांग्रेसी पार्षद

निराला समाज टीम जयपुर।
जयपुर नगर निगम हेरिटेज में 3 साल के लंबे इंतजार के बाद दूसरी साधारण सभा की बैठक भी गुलाबी नगरी की जनता के लिए बेरंग लिफाफा साबित हुई। साधारणा सभा में आए एजेंडा को लेकर शुरू से ही पार्षदों की नाराजगी महापौर मुनेश गुर्जर के खिलाफ देखने को मिली। हंगामा शुरू से ही बरपा रहा और इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी पार्षद वेल में भिड़ गए। एक दूसरे के साथ मारपीट करने लगे। मामला सिविल लाइन से विधायक गोपाल शर्मा के यह कहने पर की जयपुर को मिनी पाकिस्तान नहीं बनने देगें और गर्मा गया जिससे कुछ कांग्रेसी पार्षदों ने दौड़कर विधायक गोपाल शर्मा को पीटने की कोशिश की लेकिन भाजपा पार्षदों के बीच में आ जाने के कारण वे ऐसा कर नहीं पाए। बात इतनी गर्मा गई की सभा के बीच भाजपा-कांग्रेस पार्षदों के बीच विवाद हो गया। इसके बाद सभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया।
दरअसल, बैठक में सबसे पहले बंद माइक को लेकर हंगामा हो गया था। कांग्रेस और बीजेपी के पार्षदों ने वेल में आकर मेयर के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। फिर हंगामे के बीच कांग्रेस और बीजेपी पार्षद मेयर क खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए साइन करवाने लगे। इसके कारण हंगामा बढ़ गया। पार्षद और अधिकारी एक दूसरे से भीड़ गए। हंगामे के बीच मेयर ने एक पार्षद को बैठक से बाहर करने का आदेश दे दिया। इस बीच बीजेपी और कांग्रेस के विधायक भी साधारण सभा में पहुंच गए थे। फिर हंगामा बढ़ता गया। सात प्रस्तावों पर भी चर्चा नहीं हुई।
हवामहल विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य भी साधारण सभा की बैठक में पहुंचे थे। बाबा के पहुंचते ही बैठक में जय श्री राम के नारे लगे। उनके साथ विधायक गोपाल शर्मा भी मौजूद थे। इस दौरान बालमुकुंद आचार्य ने कहा- जयपुर में नगर निगम ने नरक निगम जैसा हाल कर रखा है। जगह-जगह कचरा के देर लग रहे हैं। बहुत पीड़ा का विषय है। आखिर हम लोग कर क्या रहे हैं। नगर निगम के अधिकारी फोन भी नहीं उठाते हैं। पूरी दुनिया जयपुर की फोटो खींचकर जाती है। हमारे पार्षदों में 3 साल तक लाठी और भाटे खाए हैं। लेकिन अब ऐसी स्थिति नहीं चलेगी। जो काम 3 साल से नहीं हुए पहले उसी पर चर्चा होनी चाहिए।