नैचुरल फ्रेशनर से कम नहीं है इस पेड़ की छाल, मुंह की बदबू को जड़ से खत्म करेगा काढ़ा, जान लें सेवन का तरीका

Last Updated:October 13, 2025, 07:13 IST
Neem Bark and Leaves Benefits : मुंह की बदबू की समस्या शर्मिंदगी का कारण बन सकती है, लेकिन आयुर्वेद में इसका प्राकृतिक समाधान है. नीम की छाल और पत्तों में मौजूद एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करते हैं. नीम का काढ़ा सुबह और शाम पीने से बदबू जड़ से मिटती है, दांत-मसूड़े मजबूत होते हैं और शरीर भी डिटॉक्स होता है. यह नुस्खा न केवल मुंह की ताजगी बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है.
जब में मुंह की बदबू आती तो यह शर्मिंदगी का कारण बन जाती है. लेकिन, कुछ घरेलू नुस्खे को अपनाकर आप हमेशा के लिए इस समस्या का समाधान पा सकते हैं. आयुर्वेद में इसे दूर करने के लिए नीम की छाल और पत्तों का प्रयोग बेहद फायदेमंद माना जाता है. आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि नीम एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल औषधि है जो मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म कर ताजगी बनाए रखता है, इससे दांत और मसूड़े भी मजबूत होते हैं.
उन्होंने बताया कि नीम की छाल और पत्तों में मौजूद औषधीय तत्व मुंह की बदबू के मूल कारण को जड़ से खत्म करती है. इसमें एंटीफंगल गुण भी होते हैं जो बैक्टीरिया और फंगस से मुंह को साफ रखते हैं. ग्रामीण इलाकों में यह पारंपरिक नुस्खा पीढ़ियों से अपनाया जा रहा है और आज बुजुर्ग लोग इसी नुस्खे को अपनाते हैं.
मुंह के बदबू दूर करने के लिए इसका काढ़ा बनाकर भी पिया जा सकता है. इसे बनाना बहुत आसान है. इसके लिए लगभग 5 ग्राम नीम की छाल और एक डंडी नीम के पत्तों को दो कप पानी में उबालें. जब पानी आधा रह जाए, तो इसे छान लें. इस काढ़े को सुबह और शाम खाली पेट पीने से मुंह की बदबू की समस्या कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाती है.
आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार, नीम के काढ़े का सेवन सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले करना सबसे लाभकारी होता है. यह काढ़ा न केवल बदबू दूर करता है बल्कि मसूड़ों को स्वस्थ और दांतों को मजबूत बनाता है. इसके नियमित सेवन से मुंह की सफाई प्राकृतिक रूप से बनी रहती है.
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि नीम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व मुंह के संक्रमण, फंगल इन्फेक्शन और सूजन को रोकते हैं. इसके अलावा यह मुंह की स्वच्छता के साथ-साथ स्वास्थ्य को भी सुधारता है. नीम के इस काढ़े का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह पूरी तरह प्राकृतिक और साइड इफेक्ट मुक्त है.
उन्होंने बताया कि नीम के काढ़े के अन्य फायदे भी अनेक हैं. इसका सेवन चेहरे के पिंपल्स, फोड़े और दाद-खुजली जैसी त्वचा समस्याओं में राहत देता है. नीम शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालकर खून को शुद्ध करता है, जिससे त्वचा साफ और चमकदार बनती है.
इसके अलावा नीम का काढ़ा सर्दी-जुकाम, वायरल संक्रमण और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी उपयोगी है. यह पाचन संबंधी परेशानियों जैसे गैस, अपच और कब्ज को दूर करता है. बालों में डैंड्रफ और खुजली जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है. नीम की छाल को फोड़े या फुंसी पर घिस कर लगाने से कुछ दिन में ये ठीक हो जाती है. त्वचा के रोगों में नीम की छाल सबसे उपयोगी मानी जाती है.
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October 13, 2025, 07:13 IST
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नैचुरल फ्रेशनर से कम नहीं है इस पेड़ की छाल, जड़ से खत्म हो जाएगी मुंह की बदबू