पहले अफगान झंडा, फिर तालिबान का फ्लैग… आमिर खान मुत्तकी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में झंडे पर असमंजस और ड्रामा

Last Updated:October 11, 2025, 01:20 IST
Afghanistan Taliban Flag: नई दिल्ली में आमिर खान मुत्तकी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अफगानिस्तान दूतावास में झंडे को लेकर तालिबान सरकार और पुराने स्टाफ के बीच विवाद और ड्रामा देखने को मिला.
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आमिर खान मुत्तकी 8 दिनों के भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे हैं.
नई दिल्ली. भारत दौरे पर पहुंचे अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में झंडे पर असमंजस और ड्रामा देखने को मिला. अफगानिस्तान दूतावास में शुक्रवार को मुत्तकी की प्रेस ब्रीफिंग से पहले तालिबान सरकार के लोगों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बैकग्राउंड में पहले से मौजूद अफगानिस्तान रिपब्लिक के झंडे को हटाकर तालिबान सरकार का झंडा लगा दिया. लेकिन तालिबान सरकार के झंडे का पिछली सरकार के मौजूदा स्टाफ, जो दूतावास में है, उन्होंने विरोध किया और फिर तालिबान सरकार का भी झंडा हटा दिया गया.
पिछली सरकार के स्टाफ का तर्क था कि भारत सरकार ने अभी तक तालिबान सरकार और झंडे को मान्यता नहीं दी है इसलिए वो पुराने झंडे हटाने और तालिबान सरकार के झंडे को लगाने की अनुमति नहीं दे सकते. अफगानिस्तान दूतावास के स्टाफ और तालिबान सरकार के अधिकारियों के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस को कैंसल करने तक की बात हुई, लेकिन आखिरकार प्रेस कॉन्फ्रेंस के बैकग्राउंड में कोई भी झंडा नहीं रखा गया.
हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत से ठीक पहले तालिबान सरकार के अधिकारियों की तरफ से एक छोटा झंडा ब्रीफिंग मेज पर विदेश मंत्री मुत्तकी के बगल में रख दिया गया. गौर करनेवाली बात है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर से तालिबान के विदेश मंत्री मुत्तकी से मुलाकात के दौरान भी कोई झंडा नहीं रखा गया था क्योंकि भारत सरकार ने मौजूदा तालिबान सरकार से उच्च स्तर का संपर्क तो रखा है लेकिन अभी तक सरकार और झंडे को मान्यता नहीं दी है.
भारत ने अब तक तालिबान के शासन को मान्यता नहीं दी है और वह काबुल में एक समावेशी सरकार के गठन की वकालत करता रहा है. भारत इस बात पर भी जोर देता रहा है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं किया जाना चाहिए. तालिबान शासन ने जनवरी में विदेश सचिव विक्रम मिस्री और मुत्तकी के बीच बातचीत के बाद भारत को एक ‘अहम’ क्षेत्रीय और आर्थिक शक्ति बताया था’
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h…और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h… और पढ़ें
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New Delhi,Delhi
First Published :
October 11, 2025, 01:08 IST
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पहले अफगान फिर तालिबानी फ्लैग.. मुत्तकी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में झंडे पर ड्रामा