Rajasthan

सेना में भर्ती होने का था सपना…किस्मत ने उदय को बना दिया भविष्य निर्माता

मोहित शर्मा/करौली. किसी ने सही ही कहा है कि हालात चाहे कैसे भी और लाख कोशिशों के बाद भी हौसले अगर बुलंद हो तो एक ना एक दिन सफलता जरूर हाथ लगती है. कुछ ऐसी ही सफलता हाल ही में रीट लेवल फर्स्ट के परिणाम में पाई है. करौली के देवलेन गांव के निवासी उदय सिंह ने. जिनका मकसद चाहे पुलिस और फौज में भर्ती होने का था. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. उदय सिंह 2011 से लगातार सैकड़ों प्रतियोगी परीक्षा दे रहे थे. अब वह 29 वर्ष की उम्र में शिक्षक बन गए हैं. अब वह विद्यालय में बच्चों के भविष्य का निर्माण करेंगे.

उदय सिंह की सफलता की कहानी की सबसे अहम बात यह है कि उन्होंने वर्ष 2011 से निरंतर भारतीय सेना सहित सीआईएसफ, बीएसएफ और राजस्थान पुलिस से लेकर राजस्थान की कई सैकड़ों प्रतियोगी परीक्षाएं दी और हर परीक्षा में कहीं ना कहीं उदय सिंह को असफलता ही हाथ लगी. उदय सिंह बताते हैं कि उनके पिता भी एक भूतपूर्व सैनिक है. लेकिन फिर भी उदय सिंह ने हार ना मानते हुए, शादी और दो बच्चों की जिम्मेदारी व गांव की खेती बाड़ी को भी संभालते हुए, घर पर ही किताबों के बूते अपनी तैयारी की और आज सैकड़ो हारों के बाद सफलता पाई है.

डिफेंस में नौकरी करना था मकसद

देवलेन निवासी उदय सिंह बताते हैं मेरा तैयारी का यह सफर 2011 से निरंतर जारी है. जिसमें मैंने कई एग्जाम दिए.वह बताते हैं कि उनका सपना डिफेंस में भर्ती होना था जिसके लिए कई बार एग्जाम भी दिए लेकिन एग्जाम पास करने के बाद, कभी फिजिकल में तो, कभी मेरिट में बाहर हो जाता था. इसके बाद मेरा भी फिजिकल स्तर गिरता गया और डिफेंस के सपने को छोड़कर फिर मैने अध्यापक को ही सर्वश्रेष्ठ समझा.

2016 में की थी BTC

उदय बताते हैं कि इसके बाद उन्होंने वर्ष 2016 में बीएसटीसी करते हुए राजस्थान की कई प्रतियोगी परीक्षाओं और बीएसटीसी होने के बाद पहला रीट का एग्जाम वर्ष 2018 में दिया. जिसमें उन्हें दो नंबर से और 2021 वाली भर्ती में एक नंबर से असफलता हाथ लगी. तब जाकर आज सैकड़ो भर्ती देखने के बाद रीट भर्ती 2023 में उन्हें सफलता मिल पाई है.

सैकड़ों भर्तियों के बाद रीट 2023 में मिलने वाली इस सफलता के बाद उदय सिंह का कहना है कि चाहे परिस्थितियों कैसी भी क्यों ना हो लेकिन घबराने की वजह उनका डटकर मुकाबला करना चाहिए. इसी सोच से आज मुझे सफलता मिल पाई है. उनका कहना है कि हर एग्जाम में फेल होने के बाद मैं भी दुखी होता था लेकिन दूसरे दिन से ही मैं अगले एग्जाम की तैयारी में पूरे रूप से जुट जाता था.

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असफलता के बाद न हो निराश 

रीट भर्ती 2023 में असफल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए उदय सिंह का कहना है कि जो साथी इस भर्ती में बहुत कम नंबर और प्वाइंटों से रहे हैं. उनसे मेरा कहना है कि सफलता आपके बहुत आसपास ही है. लेकिन आप ऐसे समय में पढ़ाई से दूर चले गए तो सफलता भी आपसे दूर चली जाएगी और आप निरंतर इसी मजबूती से तैयारी करते रहे तो एक न एक दिन जरुर सफलता मिलेगी. उनका कहना है कि जब मैं सैकड़ो एग्जाम देने के बाद भी पढ़ाई का औसत स्तर से थर्ड ग्रेड एग्जाम पास कर सकता हूं तो मेरा ऐसा मानना है कि दुनिया की कोई भी एग्जाम निरंतर तैयारी के दम पर पास की जा सकती है.

उदय का कहना है कि परीक्षा चाहे छोटी हो या बड़ी, हर परीक्षा को पास करने के लिए एक लक्ष्य बनाना बहुत आवश्यक होता है. जों भी अपने लक्ष्य को संभालते हुए नियमित रूप से तैयारी करते हैं भले ही थोड़ा देरी से लेकिन सफलता जरूर मिलती है.

Tags: Karauli news, Local18, Rajasthan news, Success Story

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