Tax Management में Rajasthan अव्वल, यूपी-हरियाणा-महाराष्ट्र को पछाड़ा, मिले 2 Golden Award
जयपुर।
टैक्स मैनेजमेंट के मामले में राजस्थान ने देश भर के तमाम राज्यों को पछाड़ दिया है। चाहे टैक्स मैनेजमेंट के तहत सबसे ज़्यादा सुधार लाने की बात हो या फिर एसजीएसटी और वैट जैसी टैक्स पॉलिसी को लेकर की गई व्यवस्था, राज्य सरकार इन सभी मामलों में अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। यही वजह है कि राजस्थान सरकार को अब नेशनल टैक्सेशन अवार्ड 2022 के दो गोल्डन अवार्ड्स से नवाज़ा गया है।
टैक्स इंडिया ऑनलाइन द्वारा नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में राजस्थान को कर प्रबंधन में सबसे ज़्यादा सुधारवादी राज्य और एसजीएसटी/वैट कैटेगरी की दो अलग-अलग श्रेणियों में ‘गोल्ड अवार्ड’ प्रदान किए गए हैं। हरियाणा राज्य के उप मुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला और राज्य सभा सदस्य सुशील मोदी ने इस अवार्ड को राज्य सरकार के वित्त विभाग की संयुक्त शासन सचिव, वित्त (कर) को प्रदान गया।
सभी राज्यों को पछाड़ बने सिरमौर
जानकारी के अनुसार कर प्रबंधन में सबसे ज़्यादा सुधारवादी राज्य की कैटेगरी में राजस्थान सिरमौर बना है। जबकि उड़ीसा राज्य को इस श्रेणी में रजत और हरियाणा, तमिलनाडु के साथ ही बिहार को जूरी अवार्ड प्रदान किया गया है। इसी तरह से स्टेट वैट श्रेणी में भी राजस्थान को प्रथम स्थान आने पर गोल्ड़ अवार्ड मिला है। जबकि इस श्रेणी में उड़ीसा राज्य को को रजत और उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र तथा छत्तीसगढ़ को जूरी अवार्ड मिला है।
राजस्व में हुई 26 फीसद बढ़ोतरी
अवार्ड लेकर दिल्ली से लौटे वित्त विभाग के अफसरों का कहना है कि राज्य में जारी कर प्रबंधन को जान उपयोगी बनाने के लिए सतत नवाचार किए जा रहे हैं, जिससे भुगतान और राजस्व एकत्र करने में मदद मिल रही है। इसी तरह से राज्य कर विभाग द्वारा जीएसटी कानून के करों की प्रभावी वसूली की गई, जिससे गत वर्ष की तुलना में 26 प्रतिशत अधिक राजस्व एकत्रित हुआ है।