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सोना तस्करी का गढ़ बनता जा रहा जयपुर हवाई अड्डा, एक साल में 24 मामले, साढ़े 13 किलो सोना पकड़ा | gold smuggling in india, gold smuggling in jaipur rajasthan

जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रीभार बढ़ने के साथ ही सोना तस्करी का खेल भी तेजी से बढ़ रहा है।

जयपुर

Updated: December 27, 2021 11:42:20 am

विनोद सिंह चौहान
जयपुर। जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रीभार बढ़ने के साथ ही सोना तस्करी का खेल भी तेजी से बढ़ रहा है। बड़ी बात यह है कि तस्करों ने कोरोनाकाल को ही ढाल बना लिया, तभी तो हवाई अड्डे पर सोना तस्करी के मामलों में पिछले सालों से ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस साल तस्करी के 24 मामले पकड़े जा चुके हैं। इसमें एक मामला हेरोइन तस्करी से जुड़ा है। ऐसे में कहा जा सकता है कि जयपुर हवाई अड्डे पर हर 15 दिन के भीतर तस्करी का खेल पकड़ा जा रहा है। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि कितने ही मामलों में तस्कर अधिकारियों की आंखों में धूल झोंककर काम रहे होंगे।

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कस्टम विभाग की माने तो इस साल अब तक सोना तस्करी के 23 मामलों में 13 किलो 589 ग्राम सोना पकड़ा है, जिसकी कीमत 6 करोड़ 44 लाख रुपए बताई जा रही है। जबकि एक मामले में केन्या की नागरिक से 2 किलो 150 ग्राम हेरोइन पकड़ी गई, जिसकी कीमत 14.60 करोड़ रुपए है। सोना तस्करी के ज्यादातर मामले दुबई और शारजाह से आने वाली उड़ानों से पकड़े गए हैं।

बड़ी रकम के लालच में तस्करी
सालभर हुई अधिकतर वारदातों में एक बात काॅमन निकल रही है कि लोग बड़ी रकम के लालच में सोने की तस्करी के लिए हामी भर देते हैं। कस्टम विभाग के सामने तस्करों ने खुलासा किया है कि उन्हें सोना पहुंचाने के लिए बड़ी रकम की पेशकश की गई थी और उसी के चलते यह काम किया और बाहर निकलते ही मोटी रकम मिलने वाली थी। कुछ मामलों में यह भी सामने आया कि तस्कर प्रवासी कामगारों काे लालच देकर अपना सोना यहां पहुंचवाते हैं। इसमें भी बडा़ खुलासा यह हुआ कि हर बार तस्कर नया पैंतरा अपनाते हैं। अब तक हर मामला अलग तरह से तस्करी का निकला है।

अकेले दिसंबर में चार मामले
कस्टम विभाग ने दिसंबर के दौरान सोना तस्करी के सबसे ज्यादा मामले पकड़े हैं। हेरोइन का मामला भी दिसंबर के दौरान ही पकड़ा गया है। 13 दिसंबर को 200 ग्राम सोना पकड़ा कीमत 9.86 लाख, 20 दिसंबर को 342 ग्राम सोना पकड़ा कीमत 17.20 लाख और 24 दिसंबर को 491 ग्राम सोना पकड़ा गया, जिसकी कीमत 24.32 लाख रुपए है। जबकि 19 दिसंबर को 2 किलो डेढ़ सौ ग्राम हेरोइन पकड़ी गई, जिसकी कीमत 14.60 करोड़ रुपए है।

केस-1 काली मिर्च के पैकेट में सोना
दुबई से स्पाइसजेट की उड़ान संख्या एसजी 713 से आए एक यात्री के बैग से संदेह के आधार पर बैग में काली मिर्च के पैकेट खोलने पर दो ठोस सोने के बिस्कुट बरामद हुए। 200 ग्राम वजनी तस्करी के सोने की कीमत करीब 9 लाख 86 हजार रुपए थी। एक्स-रे मशीन में उसके चेक-इन बैगेज की जांच करने पर वस्तुओं के असामान्य गहरे रंग के चित्र नजर आने पर बैग से दो काली मिर्च के पैकेट खोले गए। इनमें दो ठोस सोने के बिस्कुट (99.99% शुद्धता के) सफेद प्लास्टिक और ब्लू कार्बन पेपर शीट की कई परतों में विधिवत लिपटे हुए पाए गए।

केस-2 ट्रोली बैग के पहियों का इस्तेमाल
शारजहां से आई एयर अरबिया की उड़ान से तस्करी का सोना बरामद किया था। एक युवक के दो बैग में 342.630 ग्राम से ज्यादा सोना मिला। सोना ट्रोली और हैंड बैग के व्हील में छुपाकर लाया था। एक्सरे मशीन में जब दोनों बैग्स की जांच की तो यह सोना पकड़ में आया। कटर के जरिए जब बैग के पहियों को काटा गया तो उसमें पहिए की शेप में गोल्ड छुपा मिला। हैंड बैग के चारों पहियों में 4 सोने के पीस मिले। सोने का कुल वजन 343.630 ग्राम निकला। इसकी कीमत 17 लाख 20 हजार रुपए है।

केस-3 फेस शेवर मशीन (ट्रिमर) के अंदर छुपाया
शारजाह से एयर अरबिया की उड़ान संख्या से पहुंचे एक यात्री से जांच के दौरान 491 ग्राम सोना पकड़ लिया। सोने की कीमत 24.32 लाख रुपए से ज्यादा आंकी गई है। यात्री फेस शेवर मशीन (ट्रिमर) के अंदर कई परतों की ब्लैक कार्बन प्लास्टिक शीट में सोने के चार ठोस बिस्कुट छिपाकर लाया था।

कोरोनाकाल में सोने की कीमत में आई जोरदार तेजी से तस्करी को प्रोत्साहन मिला है, क्योंकि तस्करों को इससे अच्छी कमाई हो जाती है। 95 फीसदी पकड़े गए लोग आजीविका के लिए ऐसा काम कर रहे हैं। इन्हे फ्री टिकट और कुछ पैसे का लालच दिया जाता है।
-राहुल नांगरे, कस्टम आयुक्त

सोने की तस्करी की मुख्य वजह ऊंचा आयात शुल्क है। इसके अलावा, विदेशों से आने वाले प्रीमियम क्वालिटी के सोने का रीसेल वैल्यू अच्छा होती है। सोने की तस्करी सबसे ज्यादा दुबई से होती है।
भारत भूषण अटल, सहायक आयुक्त

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