बिना पैसे खर्च करें घर में बनाएं ऑर्गेनिक खाद, पौधों में नहीं लगेगी बीमारी, फल-फूल से लद जाएंगे पेड़

Last Updated:April 14, 2025, 09:13 IST
Agriculture Tips: किसान गाय का गोबर और मूत्र,धतूरा, खींप, आंकड़ा और गुड इन सभी चीजों को एक ड्रम में मिले. इसके बाद इसे बड़े चूल्हे पर गर्म करें, गर्म करने के बाद भी जब बिल्कुल उकलने लग जाए तो ड्रम के मुंह को बि…और पढ़ेंX
किसान प्राकृतिक खाद का उपयोग करे
वर्तमान समय में किसान परंपरागत खेती और आधुनिक खेती में अधिक पैदावार और फसलों में को बीमारियों से बचने के लिए रासायनिक खाद और दवाइयां का उपयोग करते हैं. लेकिन, यह सही नहीं है. रासायनिक दवा के उपयोग से मानव शरीर पर इसका उल्टा प्रभाव पड़ता है. ऐसे में किसानों को अच्छे उत्पादन के लिए प्राकृतिक खाद का उपयोग कर सकते हैं. राजस्थान में ऐसे बहुत से किसान है जो, प्राकृतिक खाद का उपयोग कर आधुनिक खेती कर रहे हैं. किसानों को कृषि विभाग द्वारा प्राकृतिक खाद बनाने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है.
8 साल से प्राकृतिक खाद बनाकर आधुनिक खेती कर रहे किसान सोनाराम ने बताया कि किसान घर पर आसानी से बिना किसी खर्च के प्राकृतिक खाद बना सकते हैं. रासायनिक खाद के लिए किसानों को हजारों रुपए खर्च करने पड़ते हैं. किसान गाय का गोबर और मूत्र,धतूरा, खींप, आंकड़ा और गुड इन सभी चीजों को एक ड्रम में मिले. इसके बाद इसे बड़े चूल्हे पर गर्म करें, गर्म करने के बाद भी जब बिल्कुल उकलने लग जाए तो ड्रम के मुंह को बिल्कुल बंद करके करीब 2 से 4 महीने तक रख दे. 2 से 4 महीने बाद में इसे खोल ले जैसे यह पूरी तरीके से सड़ चुका होगा. प्राकृतिक खाद बनाकर तैयार हो जाएगी. इसके बाद खेत में पौधों की जड़ों के अंदर इसका छिड़काव करें.
बीमारी भी नहीं लगेगी और पौधों का ग्रोथ अच्छा होगा उन्नत किसान सोनाराम ने बताया कि इस प्राकृतिक खाद के उपयोग करने से पौधों को बिल्कुल भी बीमारी नहीं लगेगी. अगर पौधों की जड़ों में कोई कीड़ा होता तो वह मर जाएगा. इसके अलावा इसके उपयोग से पौधा का ग्रंथ भी बहुत अच्छा होगा. खीरे की खेती में यह प्राकृतिक खाद बहुत फायदेमंद रहती है. इसके उपयोग से हर दूसरे दिन खीरे लग जाते हैं. ऐसे में इसके उपयोग से किसानों को काफी अधिक फायदा होगा.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
April 14, 2025, 09:13 IST
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बिना पैसे खर्च करें घर में बनाएं ऑर्गेनिक खाद, फल-फूल से लद जाएंगे पेड़