सावधान! बाजारों में ‘जहरीले’ तरबूजों की भरमार, खाने से पहले ऐसे करें ‘असली-नकली’ की पहचान

Last Updated:May 09, 2025, 06:14 IST
Gumla News: बाजारों में गर्मी के मौसम में तरबूज की भरमार लग गई है, लेकिन लोगों को खाने से पहले सावधान होने की जरूरत है, क्योंकि बाजारों में केमिकल वाले तरबूज की भरमार लग गई है.X

गर्मी में तरबूज से गुलजार हैं गुमला के बाजार , जानें कैसे करें असली व नकली तरबूज
हाइलाइट्स
तरबूज में केमिकल मिलाने से स्वास्थ्य को खतरा.तरबूज काटने पर रंग बदलने से केमिकल की पहचान करें.रुई से रगड़ने पर कपड़ा लाल हो तो केमिकल मिला है.
गुमला. गर्मी का मौसम आ गया है और इस सीजन में गुमला के बाजारों में गर्मी सीजन का विशेष फल तरबूज बाजारों में बहुतायत रूप से देखने को मिल रहे हैं और गर्मियों के मौसम में लोग बड़े पैमाने पर तरबूज का सेवन करते हैं. साथ ही डॉक्टर भी तरबूज बड़े पैमाने पर खाने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह हमारे शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता है व हमारे बॉडी को हाइड्रेट रखने में मदद करता है. तरबूज में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमें कई बीमारियों से बचाते हैं. चाहे बच्चे हो, युवा या बूढ़े सभी लोग तरबूज का लुफ्त उठाते हैं. लेकिन आजकल बाजारों में जो तरबूज मिल रहे हैं. वह केमिकल वाला भी हो सकता है, जो हमारे सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है. इससे आपकी जान भी जा सकती है, जानें कैसे करें इसकी पहचान…..
आयुर्वेद चिकित्सक डॉ पंकज कुमार ने लोकल 18 को बताया कि गर्मी के मौसम में लोग बहुतायत रूप से तरबूज का सेवन करते हैं और इसके सेवन बहुत ही फायदेमंद है. यह बहुत ही शीतल प्रवृत्ति का होता है. गर्मी से राहत पाने के लिए इसका करते हैं. इसमें कई तरह के मिनरल्स, विटामिन पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को हाइड्रेट रखता है. जल स्तर को बनाए रखने में मदद करती है. साथ ही ग्लूकोस भी अच्छी मात्रा में पाई जाती है, जो नेचुरल होता है. आजकल बाजार में विभिन्न प्रकार के केमिकल भी तरबूज में मिलाए जाते हैं, जिसका प्रयोग हमारे सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है.
ऐसे में इसका पहचान करने का बहुत ही आसान तरीका है. यदि तरबूज को काटने के बाद यदि उसके रंग में कोई परिवर्तन होता है, तो ऐसे तरबूज का सेवन न करें उसमें केमिकल हो सकता है. उसमें कुछ ना कुछ केमिकल चेंज किया गया है. देखने में बहुत ज्यादा लाल रंग नजर आए, तो ऐसे तरबूज का सेवन करने से बचें. ऐसे तरबूज का सेवन करने से विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं. यहां तक कि आपके यूरिनल फंक्शन को खराब, लीवर के फंक्शन को प्रभावित कर सकता है, तो ऐसे में इसके प्रयोग से बचना चाहिए .
वहीं तरबूज का एक टुकड़ा काटकर उसे पानी में डालकर देखें. अगर पानी में लाल कलर छोड़ता है, तो समझ जाएं कि तरबूज को केमिकली रूप से पकाया गया है. केमिकल वाले तरबूज को पहचानने का एक आसान तरीका यह भी है कि तरबूज को दो भागों में काट लें, फिर कॉटन /रुई का कपड़ा लेकर लाल गूदे वाले हिस्से पर रगड़ें. अगर कपड़े का रंग लाल हो जाए तो समझ जाएं कि तरबूज में केमिकल मिला हुआ है. तरबूज को बाल्यावस्था में ही इंजेक्शन के मध्यम से या अन्य तरीके से भी केमिकल चेंज किया जा सकता है.इस प्रकार से आप इसका जांच करने के बाद सेवन करें.
केमिकल से पकाए गए तरबूज की मिठास कम होती है, ऐसे में अगर तरबूज को काटने पर वह लाल होता है नेचुरल लाल है और कलरफुल लाल दोनों में फर्क पता चलता है, लेकिन उसमें मिठास कमी है, तो समझ जाएं यह केमिकल से तैयार किया गया है. असली नकली तरबूज की पहचान कर ही तरबूज का सेवन करें, वरना आपकी छोटी सी गलती गंभीर बीमारियों की चपेट में ले सकती है. ऐसे तरबूज के सेवन से विभिन्न प्रकार के शारीरिक मानसिक समस्याएं उत्पन्न हो सकते हैं.
Anuj Singh
Anuj Singh serves as a Content Producer for Local 18 at , bringing over one years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology.He has worked as…और पढ़ें
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Gumla,Jharkhand
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बाजारों में ‘जहरीले’ तरबूजों की भरमार, खाने से पहले ऐसे करें ‘असली-नकली’ पहचान



