Churu News : चूरू की चांदी पर बारीक नक्काशी…केरल से कर्नाटका तक डिमांड, यहां बन रहे चांदी के मोबाइल कवर

चूरू : चूरू में चांदी पर होने वाली नक्काशी वर्ल्ड फेमस है. जहां इन कलाकारों की चांदी पर उकेरी कला को देखने वाले भी इनकी कला के मुरीद हो जाते हैं. शहर के विमल सोनी बताते हैं कि चूरू और चांदी का इतिहास नया नहीं बल्कि वर्षों पुराना है यहां बने चांदी के बर्तन और पेन, गिफ्ट आइटम की दिल्ली, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और यूपी तक डिमांड है. सोनी बताते है पूरे देश में यहां बने चांदी के आइटम सप्लाई होते हैं और सबसे खास और दिलचस्प बात ये है कि चांदी के छोटे, मोटे आईटम घरेलू काम, काजी महिलाओं से तैयार करवाए जाते हैं इससे उन्हें भी घर बैठे रोजगार मिल जाता है और उनकी आर्थिक स्थिति की बेहतरी को बल मिलता है.
लोकल -18 से बातचीत में सोनी बताते हैं चांदी पर बारीक नक्काशी और कारीगरी लोकल और बंगाली कारीगरों द्वारा की जाती है, जितनी बारीक नक्काशी होंगी उतना ही समय लगता है. चांदी के बर्तन और गिफ्ट तो अक्सर देखे होंगे लेकिन यहां के कारीगरों द्वारा चांदी के मोबाइल कवर, चांदी के पेन और मोर पंख भी तैयार किए जा रहे हैं. सोनी बताते हैं शुद्धता के लिहाज से चांदी के कारोबार के लिए चूरू वर्ल्ड विख्यात है. वर्षों से हाथ की कारीगरी के लिए चूरू प्रसिद्ध है. चांदी की 30 किलो की सिली आती है फिर उसे जरूरत के हिसाब से काटा और पिघलाया जाता है और फिर उस पर नक्काशी की जाती है.
चांदीशुद्ध और पवित्र धातु है. यही कारण है कि हिंदू धर्म में चांदी का प्रयोग सबसे ज्यादा किया जाता है. चांदी के बर्तनों का प्रयोग पूजा-पाठ, शादी-विवाह, लेन-देन जैसे कई अवसरों पर किया जाता है. वास्तु में भी चांदी के बर्तनों को शुभ माना गया है. इसके प्रयोग से घर में सुख-समृद्धि आती है.
चांदी का संबंध चंद्रमा और शुक्र ग्रह से होता है, इसलिए चांदी धातु के प्रयोग से कुंडली में चंद्रमा और शुक्र ग्रह भी मजबूत होते हैं.घर पर स्टील, पीतल और कांच आदि कई तरह के बर्तन होते हैं. लेकिन घर पर चांदी के बर्तन होना बेहद शुभ माना जाता है.
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FIRST PUBLISHED : October 7, 2024, 18:47 IST