Need to give priority to pregnant women in corona vaccination report


वर्तमान में गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 टीकाकरण में शामिल नहीं किया जाता है.(प्रतीकात्मक तस्वीर: shutterstock)
रिपोर्ट में कहा गया कि अन्य महिलाओं की तुलना में गर्भवती महिलाओं के कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने से उनके लिए जोखिम अधिक रहेगा इसलिए गर्भवती महिलाओं को सुरक्षा देना बेहद आवश्यक है.
नई दिल्ली. कोविड-19 के कारण गर्भवती महिलाओं की मौत के बढ़ते मामलों के बीच एक रिपोर्ट में ऐसी महिलाओं का टीकाकरण (Corona Vaccine For Pregnant women) प्राथमिकता के आधार पर किए जाने का सुझाव दिया गया है. दिल्ली के वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों के समूह द्वारा तैयार की गई इस रिपोर्ट में कहा गया कि गर्भवती महिलाओं और पांच साल से कम उम्र के बच्चों की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत के मामलों पर लगाम लगाने के लिए गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली श्रेणी में रखे जाने की जरूरत है.
डॉक्टर यामिनी सरवाल के नेतृत्व में तैयार रिपोर्ट में कहा गया, ’’ हम सभी देशों में खासकर भारत और इंडोनेशिया में प्रसव-पूर्व देखभाल के दौरान कोविड-19 टीके को नियमित प्रोटोकॉल में शामिल करने की सिफारिश करते हैं.’’
नवजात का भी होगा संक्रमण से बचाव
इसमें कहा गया कि वर्तमान में या तो गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 टीकाकरण में शामिल नहीं किया जाता या फिर नीतियां अस्पष्ट होने के चलते निर्णय अक्सर महिलाओं पर छोड़ दिया जाता है. गर्भवती महिला के टीकाकरण से नवजात को भी संक्रमण की चपेट में आने से बचाव होगा.
क्यों आवश्यक है गर्भवती महिलाओं का वैक्सीनेशन
रिपोर्ट में कहा गया कि अन्य महिलाओं की तुलना में गर्भवती महिलाओं के कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने से उनके लिए जोखिम अधिक रहेगा इसलिए गर्भवती महिलाओं को सुरक्षा देना बेहद आवश्यक है.
डब्ल्यूएचओ भी टीकाकरण पर देता रहा है जोर
दुनिया के सभी प्रमुख स्वास्थ्य संगठन गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताते रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन कहती हैं, विश्व स्तर पर देखा गया है कि गर्भवती महिलाओं को तमाम तरह की जटिलताओं का खतरा रहता है. कई तरह की गंभीर दिक्कतों के चलते समय से पहले बच्चे के जन्म का खतरा भी बढ़ जाता है. कोविड-19 जैसी घातक बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए ऐसी महिलाओं का टीकाकरण बहुत जरूरी हो जाता है.