झुंझुनूं में 100 करोड़ की ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़, मुर्गी फार्म की आड़ में चल रहा था नशे का खेल!

Last Updated:December 15, 2025, 22:34 IST
Jhunjhunu News : महाराष्ट्र पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने झुंझुनूं के नांद का बास में 100 करोड़ की एमडी ड्रग्स फैक्ट्री पकड़ी, अनिल सिहाग और बिज्जू उर्फ जग्गा मुख्य आरोपी हैं. जांच जारी है. महाराष्ट्र पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल को लंबे समय से एमडी ड्रग्स की सप्लाई से जुड़ी सूचनाएं मिल रही थीं.
कृष्ण सिंह शेखावत/झुंझुनूं. झुंझुनूं से इस वक्त की खबर ने पूरे शेखावाटी अंचल में सनसनी फैला दी है. महाराष्ट्र पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने एक बड़ी और बेहद चौंकाने वाली कार्रवाई करते हुए झुंझुनूं जिले के नांद का बास इलाके में करीब 100 करोड़ रुपये की ड्रग फैक्ट्री का खुलासा किया है. यह कार्रवाई न सिर्फ ड्रग नेटवर्क की गहराई को उजागर करती है, बल्कि यह भी बताती है कि किस तरह ग्रामीण इलाकों में छिपकर खतरनाक नशे का कारोबार फैलाया जा रहा था.
महाराष्ट्र पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल को लंबे समय से एमडी ड्रग्स की सप्लाई से जुड़ी सूचनाएं मिल रही थीं. जांच आगे बढ़ी तो तार राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र से जुड़ते चले गए. इसी कड़ी में झुंझुनूं जिले के नांद का बास गांव में एक मुर्गी फार्म की आड़ में चल रही एमडी ड्रग्स फैक्ट्री का पर्दाफाश किया गया. शुरुआती आकलन में इस फैक्ट्री से जुड़े ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमत करीब 100 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
पूर्व सरपंच के भतीजे पर गंभीर आरोपइस पूरी फैक्ट्री को पूर्व सरपंच का भतीजा अनिल सिहाग चला रहा था. पूछताछ में सामने आया है कि अनिल सिहाग पहले बसों और निजी गाड़ियों के जरिए डोडा पोस्त की सप्लाई करता था. इस अवैध कारोबार में धीरे-धीरे मुनाफा बढ़ता गया. लालच बढ़ने के साथ उसने एक कदम और आगे बढ़ाया और एमडी ड्रग्स के निर्माण की दिशा में उतर गया. बताया जा रहा है कि एक साथी के कहने पर अनिल ने नांद का बास इलाके में मुर्गी फार्म की आड़ में यह फैक्ट्री स्थापित की.
सीकर से जुड़े तार, सप्लाई नेटवर्क का खुलासा
मामले में सीकर जिले के नेतड़वास निवासी बिज्जू उर्फ जग्गा का नाम भी सामने आया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार बिज्जू उर्फ जग्गा इस पूरे नेटवर्क में सप्लाई और संपर्क का अहम कड़ी माना जा रहा है. अनिल सिहाग ड्रग्स की सप्लाई को लेकर सीकर पहुंचा था. यहीं महाराष्ट्र पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने उसे दबोच लिया. गिरफ्तारी के बाद जब अनिल से सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने फैक्ट्री और नेटवर्क से जुड़े कई अहम खुलासे किए.
15–20 दिन पहले शुरू हुई थी एमडी ड्रग्स फैक्ट्रीपूछताछ में अनिल सिहाग ने स्वीकार किया है कि एमडी ड्रग्स की यह फैक्ट्री करीब 15 से 20 दिन पहले ही लगाई गई थी. इतने कम समय में ही यह फैक्ट्री बड़े स्तर पर उत्पादन की तैयारी में थी. पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि अब तक कितनी मात्रा में एमडी ड्रग्स तैयार की जा चुकी थी और इसे किन-किन राज्यों में सप्लाई किया जाना था.
जांच के दायरे में और भी लोगमहाराष्ट्र पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने साफ किया है कि यह कार्रवाई अभी शुरुआती चरण में है. फैक्ट्री के लिए कच्चा माल कहां से लाया गया, तैयार ड्रग्स कहां सप्लाई होनी थी और इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है, इन सभी पहलुओं पर गहन जांच की जा रही है. संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इस मामले में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं. यह कार्रवाई एक बार फिर साबित करती है कि नशे का अवैध कारोबार किस तरह गांवों और छोटे इलाकों तक पैर पसार चुका है, और इसके खिलाफ सख्त और लगातार कार्रवाई कितनी जरूरी हो चुकी है.
About the AuthorAnand Pandey
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
Location :
Jhunjhunu,Rajasthan
First Published :
December 15, 2025, 22:34 IST
homerajasthan
100 करोड़ की ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़, फार्म की आड़ में चल रहा था नशे का खेल!



