General knowledge: अरावली की गोद में बसी महाराणा की नगरी, रोचक है उदयपुर के बनने की कहानी

Last Updated:April 29, 2025, 23:06 IST
Udaipur history in hindi: उदयपुर का चयन केवल उसकी प्राकृतिक खूबसूरती के कारण नहीं हुआ था, बल्कि यह क्षेत्र युद्ध के समय सुरक्षा की दृष्टि से भी अत्यंत उपयुक्त था. पहाड़ियों से घिरे होने के कारण शत्रुओं के लिए इ…और पढ़ेंX
उदयपुर शहर
उदयपुर: लेकसिटी उदयपुर न सिर्फ देश भर में बल्कि विदेशों में भी अपनी खूबसूरती, शांति और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है. यहां हर साल लाखों की संख्या में देसी और विदेशी पर्यटक घूमने आते हैं. डेस्टिनेशन वेडिंग से लेकर बॉलीवुड और विदेशी फिल्मों की शूटिंग तक, उदयपुर एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बन चुका है. हालांकि, बहुत कम लोग जानते हैं कि इस शहर की स्थापना कब और कैसे हुई थी. तो आज हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं.
उदयपुर की स्थापना करीब साढ़े चार सौ वर्ष पूर्व, सन् 1559 में मेवाड़ के महाराणा उदय सिंह द्वितीय ने की थी. इतिहासकार चंद्रशेखर शर्मा के अनुसार, जब महाराणा उदय सिंह चित्तौड़गढ़ छोड़ने को मजबूर हुए, तब उन्हें एक सुरक्षित और रणनीतिक दृष्टि से उपयुक्त स्थान की आवश्यकता थी. इसी खोज में वे गिरवा क्षेत्र में पहुंचे, जो चारों ओर से अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ था.
एक दिन महाराणा पिछोला झील के किनारे विश्राम कर रहे थे तभी एक संत ने उन्हें इस स्थान की ऊर्जा और सुरक्षा का महत्व समझाया. संत के सुझाव और प्राकृतिक सौंदर्य से प्रभावित होकर महाराणा ने यहां एक नए शहर की नींव रखने का निश्चय किया. इसी निर्णय के तहत उदयपुर शहर की स्थापना हुई, जो बाद में मेवाड़ की नई राजधानी भी बना.
उदयपुर का चयन केवल उसकी प्राकृतिक खूबसूरती के कारण नहीं हुआ था, बल्कि यह क्षेत्र युद्ध के समय सुरक्षा की दृष्टि से भी अत्यंत उपयुक्त था. पहाड़ियों से घिरे होने के कारण शत्रुओं के लिए इस पर आक्रमण करना आसान नहीं था. यही कारण है कि मुगल आक्रमणों के दौर में भी उदयपुर एक सुरक्षित शरणस्थली बना रहा. समय के साथ-साथ उदयपुर ने न सिर्फ अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को सहेजा, बल्कि आधुनिकता के साथ कदम से कदम मिलाकर आज एक अंतरराष्ट्रीय पहचान भी बनाई है. आज भी सिटी पैलेस, पिछोला झील, सज्जनगढ़ और फतेहसागर जैसी जगहें उस ऐतिहासिक निर्णय की गवाही देती हैं, जो महाराणा उदय सिंह ने सदियों पहले लिया था.
Location :
Udaipur,Rajasthan
First Published :
April 29, 2025, 23:06 IST
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अरावली की गोद में बसी महाराणा की नगरी, रोचक है उदयपुर के बनने की कहानी