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Rachakonda Fort | Hyderabad Heritage | 14th Century Fort | Historical Places near Hyderabad | Ancient Architecture | Hidden Forts in India

Last Updated:October 14, 2025, 11:44 IST

धरोहर: हैदराबाद के पास स्थित राचकोंडा फोर्ट 14वीं सदी की ऐतिहासिक धरोहर है, जिसे रेचर्ला वंश ने बनवाया था. यह किला अपने अनोखे स्थापत्य, विशाल पत्थर की दीवारों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. आज भी यह इतिहास प्रेमियों और ट्रेकिंग शौकीनों के बीच आकर्षण का केंद्र है.

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हैदराबाद: राचकोंडा किला हैदराबाद से लगभग 60 किलोमीटर दूर तेलंगाना के नालगोंडा जिले में स्थित एक मजबूत गढ़ है. यह किला 14वीं शताब्दी का है और इसका निर्माण काकतीय वंश के शासकों ने करवाया था. बाद में यह विजयनगर साम्राज्य का एक महत्वपूर्ण किला बना. इसका नाम राचकोंडा तेलुगु के शब्द रायचूकोंडा से लिया गया है जिसका अर्थ है राजा का पहाड़. यहां कई राजाओं का राज रहा है.

राचकोंडा किले का इतिहास शासकों के बदलते दौर और संघर्षों की गवाही देता है. माना जाता है कि काकतीय शासकों ने इसे अपने साम्राज्य की दक्षिण-पश्चिमी सीमा की रक्षा के लिए एक रणनीतिक चौकी के रूप में स्थापित किया था. पंद्रहवीं शताब्दी में विजयनगर साम्राज्य ने इस पर कब्जा कर इसे और मजबूत किया, यहां मंदिर, महल और मजबूत दीवारों का निर्माण करवाया. समय के साथ, यह किला मुसुनुरी नायकों और बहमनी सल्तनत के अधीन भी रहा.

सोलहवीं शताब्दी में हैदराबाद के संस्थापक, सुल्तान कुली कुतुब शाह ने इस किले पर विजय प्राप्त की. इसकी मजबूती और रणनीतिक स्थिति से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने निकट ही गोलकोंडा किले को अपनी नई राजधानी बनाने का निर्णय लिया, जहां राचकोंडा ने एक सुरक्षा चौकी की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. अंततः, सत्रहवीं शताब्दी में मुगल सम्राट औरंगजेब की सेनाओं ने इस पर कब्जा कर लिया, और बाद के वर्षों में यह हैदराबाद के निजामों के अधीन रहा, हालाँकि तब तक इसका रणनीतिक महत्व काफी कम हो चुका था.

खंडहरों में छिपी स्थापत्य कलाआज भले ही यह किला एक खंडहर के रूप में खड़ा है, लेकिन इसकी संरचनाएं इसकी पुरानी भव्यता की गाथा कहती हैं. किले की सबसे खास विशेषता इसकी दोहरी दीवार प्रणाली है, जो हमलावरों के लिए किले तक पहुंचना अत्यंत कठिन बना देती थी. किले के शिखर पर स्थित एक छोटा सा हनुमान मंदिर आगंतुकों के लिए एक शांत और आध्यात्मिक स्थल प्रदान करता है. इसके अलावा, यहां एक बड़े तालाब के अवशेष, महल की नींव और अन्य इमारतों के खंडहर देखे जा सकते हैं, जो इस बात के साक्ष्य हैं कि कभी यहां एक संपन्न नगर बसा हुआ था.

पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थलराचकोंडा किला केवल इतिहास प्रेमियों के लिए ही नहीं, बल्कि प्रकृति और साहसिक गतिविधियों के शौकीनों के लिए भी एक आदर्श स्थान है. किले तक पहुंचने के लिए लगभग 30-45 मिनट का एक मध्यम स्तरीय ट्रेक करना पड़ता है. इस ट्रेक का पुरस्कार मिलता है किले की चोटी से दिखने वाला अद्भुत नज़ारा. यहां से आसपास की पहाड़ियों, गांवों और दूर तक फैले हरे-भरे खेतों का मनोरम दृश्य दर्शनीय है, जिस पर सूर्योदय और सूर्यास्त की लालिमा विशेष आकर्षण जोड़ती है.

Jagriti Dubey

With more than 6 years above of experience in Digital Media Journalism. Currently I am working as a Content Editor at News 18. Here, I am covering lifestyle, health, beauty, fashion, religion, career, politica…और पढ़ें

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Location :

Hyderabad,Telangana

First Published :

October 14, 2025, 11:44 IST

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धरोहर: सदियों पुराना राचकोंडा फोर्ट, जिसमें छिपी है इतिहास की कहानी

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