Rajasthan

सैकड़ों साल पुराना है यह ‘कुंवारा किला’, गजब की है इसकी खूबसूरती, अब पर्यटकों के लिए खुला

पीयूष पाठक/ अलवर. अलवर जिले का बाला किला अब नए रंग रूप में दिखाई पडने के साथ ही पर्यटकों के लिए पुन: खोल दिया गया है. अब देश दुनिया के पर्यटक अलवर आने पर बाला किला की खूबसूरती को निहार सकेंगे. बाला किला की मरम्मत का कार्य लंबे समय से चल रहा था, अब यह कार्य पूरा हो चुका है,जिसके बाद बाला किला को आमजन एवं पर्यटकों के लिए खोला गया है.

खूबसूरत है अलवर का ऐतिहासिक बाला किला

हसन खा मेवाती ने 1551 ईस्वी में अलवर किले का निर्माण किया था. इसके बाद अलवर किले पर मुगलों, मराठों और जाटों ने शासन किया. अंत में 1775 में कच्छवाहा राजपूत प्रताप सिंह ने इस किले पर कब्जा कर लिया और इसके निकट अलवर शहर की नींव रखी. बाबर ने इस किले में एक रात बिताई थी. जबकि जहांगीर निर्वासन अवधि के दौरान तीन साल तक किले में रहे. अलवर के इस किले से कोई युद्ध नहीं हुआ, इसलिए किले को कुंवारा किला भी कहा जाता है. बाला किला 300 मीटर की चट्टानों के शीर्ष पर स्थित है. इस किले से अलवर शहर का भव्य नजारा दिखाई देता है.

सरकार ने किए आदेश

पर्यटक विभाग की सहायक निदेशक टीना यादव ने बताया कि बाला किला को आमजन व पर्यटकों के ​लिए खोलने के आदेश सरकार की ओर से जारी किए गए हैं. अलवर जिला पर्यटन की दष्टि से प्रदेश में महत्वपूर्ण है. यहां 52 किले हैं, जो कि ऐतिहासिक एवं सामरिक महत्व के हैं. इन किलों एवं अन्य पर्यटन स्थलों को देखने के लिए बडी संख्या में पर्यटक देश- विदेश से आते हैं.

बाला किला में यह मरम्मत कार्य कराए

बाला किला सारसंभाल के अभाव में लंबे समय से क्षतिग्रस्त था. दीवारों से चूना झड़ रहा था. इसका पेंट खराब हो चुका था, साथ ही कई जगह दीवार भी जर्जर हालत में पहुंच गई थी. कुछ समय पहले बाला किले की 2 करोड़ रुपए सरकार से मरम्मत कार्य कराया गया था, लेकिन काम पूरा नहीं हो पाया. एक बार फिर से किले की मरम्मत कार्य के लिए 3 करोड़ रुपए का बजट मिला. अब बाला किला की मरम्मत का कार्य पूरा हो चुका है. अब पर्यटक यहाँ आकर बाला किला की खूबसूरती को निहार सकेंगे.

Tags: Alwar News, Hindi news, Local18, Rajasthan news

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj