Tech

trai suggests removing ussd charge to promote digital transactions

डिजिटल लेनदेन बढ़ाने के लिए टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने एक मसौदा पेश किया है। इस मसौदे के तहत मोबाइल बैकिंग से जुड़ी SMS बेस्ड USSD सर्विस को मुफ्त करने का प्रस्ताव दिया गया है।

नई दिल्ली। भारत सरकार डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। वहीं कोरोना महामारी के चलते डिजिटल लेनदेन में इजाफा भी हुआ है। अब इसे बढ़ावा देने के मकसद से टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने एक मसौदा पेश किया है। इस मसौदे के तहत मोबाइल बैकिंग से जुड़ी SMS बेस्ड USSD सर्विस को मुफ्त करने का प्रस्ताव दिया गया है।

इसका अर्थ है कि अब मोबाइल बैंकिंग से जुड़ी SMS सर्विस मुफ्त होंगी। बता दें कि मोबाइल बैंकिंग के लिए अभी तक प्रति USSD सेशन के हिसाब से 50 पैसे चार्ज किए जाते हैं। वहीं ट्राई की तरफ से मोबाइल बेस्ड बैकिंग और पेमेंट सर्विस के लिए प्रति USSD सेशन के लिए जीरो चार्ज का प्रस्ताव दिया गया है। इससे मोबाइल से बैंक बैलेंस चेक करने जैसी सर्विसेस पूरी तरह मुफ्त होगी। माना जा रहा है कि इससे डिजिटल सर्विस को बढ़ावा मिलेगा।

USSD सर्विस के बारे में भी जान लीजिए
USSD का अर्थ अनस्ट्रक्चर्ड सप्लीमेंट्री सर्विस डेटा है। बता दें कि USSD सर्विस से मोबाइल से मैसेज के जरिए बैलेंस जानने और फंड ट्रांसफर की सविधा उपलब्ध कराई जाती है। इसके लिए आपका मोबाइल नंबर बैंक से लिंक होना जरूरी है। इसके बाद यूजर बिना इंटरनेट के *999# बैंक बैलेंज समेत कई तरह की बैकिंग सर्विस कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर: आतंकियों के खिलाफ सेना का अभियान जारी, श्रीनगर में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को किया ढेर

बता दें कि यह फीचर खास तौर पर फोन के लिए होता है। इस तरह की सर्विस का इस्तेमाल खासौतर पर ग्रामीण इलाकों में ज्यादा किया जाता है, यह SMS को फोन में स्टोर नहीं होते। ट्राई ने इस मसौदे पर 8 दिसंबर तक सुझाव मांगे हैं। ट्राई के अनुसार डिजिटल सर्विस को बढ़ावा देने के लिए USSD चार्ज को खत्म किया जाना चाहिए। इसके लिए ट्राई ने प्रति USSD सेशन के लिए जीरो चार्ज का प्रस्ताव दिया है। अब अगर USSD चार्ज ड्राफ्ट को मंजूरी मिलती है, तो डिजिटल लेनदेन में इजाफा देखने को मिल सकता है।









Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj