चूहे मारने की दवा को टूथ पेस्ट समझ कर लिया ब्रश, 4 बच्चे आईसीयू में भर्ती

दिल्ली के एक बेबी केयर हॉस्पिटल में आग लगने की घटना में सात बच्चों की मौत से इतर दिल दहलाने की एक और घटना सामने आई है. चार बच्चों ने चूहे मारने की दवा को टूथ पेस्ट समझकर उससे ब्रश कर लिया. इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई. इन चारों बच्चों को आईसीयू में भर्ती करवाना पड़ा है.
यह घटना तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले के वृद्धाचलम के पास की है. इन बच्चों को तबीयत बिगड़ने पर शनिवार रात में इन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. फिर उन्हें जेआईपीएमईआर, पुड्डुचेरी रेफर कर दिया गया. वहां वे आईसीयू में भर्ती हैं.
चूहे मारने की दवा के साथ खेल रहे थे बच्चेन्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोक्कमपलायम गांव के रहने वाले राजा की दो बेटियां 5 साल की लावण्या और दो साल की रश्मिता अपने मामा के घर गईं. वहीं पर उन्होंने अपनी दो ममेरी बहनों के साथ चूहे मारने की दवा मुंह में डाल ली.
डॉक्टरों के मुताबिक इन बच्चों का इलाज चल रहा है. इन्हें 72 घंटे तक निगरानी में रखा गया है. उनके मुताबिक जहर का प्रभाव 72 घंटे तक रह सकता है. डॉक्टर के मुताबिक तीन बच्चों ने इस पेस्ट से केवल ब्रश किया था जबकि एक ने तो कुछ पेस्ट खा भी लिया था.
पुलिस के मुताबिक चूहे मारने की यह दवा एक ट्यूब में थी और बच्चे इस ट्यूब के साथ खेल रहे थे. फिर उन्होंने इससे ब्रश कर लिया. जब घर के लोगों ने इन बच्चों के मुंह और हाथ में चूहे मारने की दवा देखी तो वे इन्हें लेकर तुरंत पास के हॉस्पिटल आए. फिर उन्हें रविवार रात में पुड्डुचेरी रेफर कर दिया गया.
तमिलनाडु की सरकार ने 2022 से ही राज्य में किराने की दुकान पर चूहे मारने की दवा बेचने पर रोक लगा दी थी. बावजूद इसके कुछ दुकानों पर इसकी अवैध बिक्री की जाती है.
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FIRST PUBLISHED : May 27, 2024, 15:03 IST