प्यास से बेहाल मवेशी, पशुपालक परेशान…एक साल से सूखा पड़ा है नल, नर्मदा परियोजना की आपूर्ति ठप – हिंदी

Last Updated:May 11, 2025, 19:23 IST
Water Crisis: राजस्थान के जालोर जिले के तोड़मी गांव में लोग पिछले एक साल से जल संकट की मार झेल रहे हैं. नर्मदा पाइपलाइन से जल आपूर्ति पूरी तरह बंद हो चुकी है, जिससे ग्रामीणों को मजबूरी में खारा और अस्वच्छ पानी …और पढ़ें
जालोर ज़िले के तोड़मी गांव के लोग पिछले एक साल से पानी की भारी समस्या से जूझ रहे हैं. नर्मदा परियोजना से जुड़ी पाइपलाइन बंद होने के कारण गांव में पेयजल आपूर्ति पूरी तरह ठप है. ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायतों के बावजूद अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है.
ग्रामीण अब पास-पड़ोस के खेतों और पुराने कुओं से पानी भरकर लाने को मजबूर हैं. महिलाएं और बच्चे घंटों लाइन में लगकर पानी लाते हैं, जिससे उनका समय और ऊर्जा दोनों खर्च हो रहे हैं. कई लोगों को दिन में दो-तीन बार पानी के लिए मीलों पैदल चलना पड़ता है.
एक साल से सूखा पड़ा है नल, नर्मदा जल आपूर्ति रुकने के बाद ग्रामीणों को अब खारे और अस्वच्छ पानी पर निर्भर रहना पड़ रहा है. यह पानी न तो पीने योग्य है और न ही घरेलू उपयोग के लिए उपयुक्त. इससे बच्चों और बुजुर्गों में पेट से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं.
गांव में बड़ी संख्या में पशुपालक रहते हैं, जिनके लिए साफ पानी की उपलब्धता और भी जरूरी है. पानी की कमी से मवेशियों को नहला पाना, पीने के लिए पानी देना, और साफ-सफाई करना लगभग नामुमकिन हो गया है. इससे पशुओं की सेहत पर भी असर पड़ रहा है.
ग्रामीण अब सरकार और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि नर्मदा लाइन की मरम्मत कर जल्द से जल्द जलापूर्ति बहाल की जाए. ग्रामीणों का कहना है कि पानी जैसी बुनियादी जरूरत के लिए इतना लंबा इंतजार करना उनके अधिकारों का उल्लंघन है.
homerajasthan
नर्मदा पाइपलाइन से जल आपूर्ति पूरी तरह बंद, तोड़मी गांव की हालत बद से बदतर…