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G-20 में भारत की धमक: PM मोदी का मेगा डिप्लोमैटिक पावर शो… 6 बड़े फैसले, जो होंगे गेमचेंजर!

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीन दिवसीय दक्षिण अफ्रीका दौरा रविवार को खत्म हो गया, लेकिन इस दौरान आतंकवाद से लेकर जी-20 के मंच पर बैठकों और मुलाकातें से कई बड़े फैसले सामने आए हैं. G-20 और IBSA का सम्मेलन समेत पीएम मोदी ने ताकतवर देशों और संगठनों के लीडर्स के साथ 24 बैठकें और मुलाकाते कीं, जिनसे 6 बड़ी बातें निकलकर सामने आईं.

पहला, आतंकवाद पर बड़ा फैसलायूं तो G20 एक आर्थिक सहयोग का अनौपचारिक मंच है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका में आयोजित G20 सम्मलेन के घोषणापत्र में आतंकवाद और इसके हर रूप की भर्त्सना की गई तो FATF का इस्तेमाल आतंकवाद के खिलाफ करने पर जोर दिया गया. यही नहीं IBSA के बैठक में भी पीएम मोदी ने आतंकवाद पर सामंजस्य स्थापित करने और दोहरे मापदंड न अपनाने का आह्वान किया. अपने दौरे के आखिरी हिस्से में इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी से बैठक में भारत और इटली ने आतंकवाद पर बड़ा कदम उठाया. दोनों नेताओं ने “भारत–इटली आतंकवाद वित्तपोषण रोकथाम संयुक्त पहल” को अपनाया. इसका उद्देश्य आतंकवाद-रोधी सहयोग को गहरा करना और FATF तथा GCTF जैसे प्लेटफॉर्म पर समन्वय बढ़ाना है.

दूसरा, G20 सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी कुल 24 अहम बैठक और मुलाकात में शामिल रहे. पीएम मोदी ने 14 साल बाद आयोजित IBSA के सम्मलेन में हिस्सा लिया. इसके अलावा पीएम मोदी ने कनाडा के पीएम मार्क कार्नी और ऑस्ट्रेलिया पीएम एंथनी अल्बानिज के साथ त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा लिया. इस त्रिपक्षीय बैठक में तीनों देशों ने तकनीक और इनोवेशन पार्टनरशिप की घोषणा की.

तीसरा, पीएम ने कुल 18 देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बातचीत की. इनमें दक्षिण अफ्रीका में मौजूद G7 के सभी नेताओं से मुलाकात और बैठक शामिल है. पीएम मोदी ने दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूके, ब्राजील, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, मलेशिया, अंगोला, सिंगापुर, वियतनाम, जर्मनी, इथियोपिया, सियरा लियोन, जमैका, नीदरलैंड्स, इटली और जापान के लीडर्स के साथ वार्ता की. इसके अलावा 3 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के साथ भी पीएम की मुलाकात हुई.

चौथा, कनाडा के पीएम मार्क कार्नी और ऑस्ट्रेलिया पीएम एंथनी अल्बानिज के साथ त्रिपक्षीय बैठक में भारत, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा ने एक नए त्रिपक्षीय टेक्नोलॉजी और नवाचार साझेदारी – ऑस्ट्रेलिया-कनाडा-इंडिया टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन पार्टनरशिप – की शुरुआत करने पर सहमति व्यक्त की. तीनों पक्षों ने क्रिटिकल और उभरती हुई तकनीकों पर सहयोग में अपनी महत्वाकांक्षा को और मजबूत करने पर सहमति जताई, ताकि मौजूदा द्विपक्षीय पहलों को पूरक बनाया जा सके. यह पहल तीनों देशों की प्राकृतिक ताकतों का उपयोग करेगी और विशेष रूप से हरित ऊर्जा नवाचार तथा महत्वपूर्ण खनिजों सहित लचीली आपूर्ति श्रृंखलाएं बनाने पर जोर देगी. साझेदारी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के विकास और उसके व्यापक उपयोग की संभावनाओं की भी जांच करेगी, ताकि नागरिकों के जीवन में सुधार लाया जा सके. तीनों देशों ने सहमति जताई कि इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए अधिकारी 2026 की पहली तिमाही में बैठक करेंगे.

पांचवां, दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग G20 सम्मेलन में दिल्ली सम्मेलन के दौरान ग्लोबल साउथ और बाकी मसलों की छाप साफ-साफ दिखी. भारत और पीएम मोदी ने ग्लोबल साउथ को वैश्विक मंच पर अधिक मजबूती दी थी, इसलिए अफ्रीका में पहली बार G20 सम्मेलन के आयोजन का मायने खास थे. खासकर तब जब सम्मेलन के तीन सत्रों में पीएम मोदी ने दुनिया के सामने कई प्रस्ताव रखा और संदेश दिया.

छठा, जापान की पीएम साने ताकाइची के साथ पीएम मोदी की पहली मुलाकात थी. पीएम ताकाइची ने फरवरी 2026 में भारत में होने वाले AI Summit के लिए मजबूत समर्थन व्यक्त किया. इसके साथ ही उन्होंने साझा मूल्यों और मुक्त एवं खुले इंडो-पैसिफिक की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया गया.

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