कान में बताता था आंसर, किसी को नहीं लग पाती थी भनक, खुल गयी राजस्थान पेपर लीक के मास्टरमाइंड की ट्रिक

जयपुर: राजस्थान में सरकारी नौकरी भर्ती परीक्षा में नकल के मामले में एसओजी टीम ने बड़ा खुलासा किया. राजस्व अधिकारी (आरओ) ग्रेड- II और कार्यकारी अधिकारी (ईओ) श्रेणी- IV भर्ती में मास्टरमाइंड तुलछाराम कालेर पूरा रैकेट चलाता था. वह ब्लूटूथ डिवाइस के जरिये परीक्षार्थियों को आंसर बताता था. एसओजी टीम को कई सबूत मिले हैं. हालांकि मामले की जांच जारी है. बता दें कि, बीते दिनों नकल के मामले में एसओजी की टीम ने बीते दिनों 11 अभ्यर्थियों समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया था.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, परीक्षाओं में पेपर लीक के पीछे के मास्टरमाइंड तुलछाराम कालेर का हाथ. वह चूरू के सालासर से एक नकल रैकेट चलाता था. सूत्रों के अनुसार, कालेर सालासर में एक बिल्डिंग के अंदर छिपकर काम करता था. जहां वह ब्लूटूथ डिवाइस के जरिये कैंडिडेट्स को उत्तर भेजता था. वह उन लोगों को जिनके परीक्षा सेंटर बीकानेर में थे. SOG के सूत्रों ने कहा कि उन्हें इस अवैध ऑपरेशन के टेक्नीकल एविडेंस मिले हैं.
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माना जाता है कि कालेर और उसके सहयोगियों ने 14 मई, 2023 को राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) की आयोजित परीक्षा का पेपर लीक किया था. एसओजी ने पेपर लीक के सिलसिले में 11 उम्मीदवारों सहित 17 लोगों को गिरफ्तार किया. इन संदिग्धों को अदालत में पेश किया गया और पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. गिरफ्तार किए गए लोगों में ओम प्रकाश जो कि फिलहाल ब्यावर में सीजेएम कोर्ट नंबर 1 में लोअर डिवीजन क्लर्क (एलडीसी) के पद पर काम करता है.
अमीलाल नाम का आरोपी बीकानेर के एक स्कूल में ग्रेड-2 शिक्षक है. कलेर के भतीजे पोराव की पत्नी भावना बीकानेर के खाजूवाला में पंचायत समिति में जूनियर असिस्टेंट है, तो वहीं, मास्टरमाइंट कलेर का बेटा रामलाल भीलवाड़ा की एक अदालत में ग्रेड-2 क्लर्क है. एसओजी की जांच अब इस एंगल से जांच की जा रही है कि कलेर को परीक्षा से पहले परीक्षा के पेपर कैसे मिले.
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FIRST PUBLISHED : October 22, 2024, 13:49 IST