Shivsena Target PM Modi Advise to states of Lockdown as last option in Coronavirus situation

Shiv Sena ने PM Modi के लॉकडाउन वाले बयान पर साधा निशाना, कहा- आईएमए खुद कह चुका कई राज्यों में स्थिति बेकाबू, फिर लॉकडाउन क्यों नहीं
नई दिल्ली। देशभर में बढ़ते कोरोना वायरस ( Coronavirus ) संकट के बीच पीएम मोदी के रुख को लेकर शिवसेना ने निशाना साधा है। शिवसेना ( Shiv Sena ) ने कहा है कि पीएम मोदी ने किस आधार पर कहा है कि लॉकडाउन अंतिम विकल्प होना चाहिए।
पार्टी ने कहा कि मौजूदा प्रतिबंधों के बावजूद कोविड-19 के मामलों में कमी नहीं आई है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये बयान कि लॉकडाउन को अंतिम विकल्प मानकर चलें किस आधार पर आया है। आपको बता दें कि पीएम मोदी के इस संबोधन के बाद ही महाराष्ट्र सरकार ने अंतरनगरीय और अंतर जिला यात्राओं पर प्रतिबंध समेत लॉकडाउन जैसी ही कई पाबंदियां लगा दीं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के बिगड़ते हालातों के बीच देश की जनता को संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि चुनौती बड़ी है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने राज्य सरकारों से भी लॉकडाउन जैसे विकल्प को अंतिम हथियार के रूप में ही इस्तेमाल करने की सलाह दी थी। पीएम के इसी बयान को लेकर शिवसेना ने तीखा हमला बोला।
शिवसेना ने कहा कि पीएम मोदी ने साफ तौर पर कह दिया है कि कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक है लेकिन इससे राज्य अपने स्तर पर ही निपटें।
शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना में कहा गया कि पीएम मोदी का फोकस भाषण देने के बजाय कदम उठाने पर होना चाहिए।
शिवसेना ने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा- कि ‘महाराष्ट्र में कई मंत्रियों ने सुझाव दिया कि कम से कम 15 दिन तक राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगा देना चाहिए।
लेकिन प्रधानमंत्री ने किस आधार पर लॉकडाउन से बचने की सलाह दी?’ संपादकीय में कहा गया कि महाराष्ट्र बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और केंद्र सरकार ने भी सीबीएसई 10 वीं कक्षा की परीक्षा रद्द कर दी है।
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आईएमएः पांच राज्यों में नियंत्रण से बाहर स्थिति
संपादकीय में दावा किया गया कि गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में स्थिति ”नियंत्रण से बाहर हो गयी है और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ( IMA ) ने गुजरात में दो सप्ताह के लॉकडाउन की सिफारिश की है।
आपको बात दें कि पीएम मोदी ने शुक्रवार को 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ भी बैठक की। इस दौरान वैक्सीन, ऑक्सीजन समेत रेमडेसिविर जैसी दवाइयों की कमी को लेकर अहम चर्चा हुई। इस दौरान भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी से प्रदेश में ऑक्सीजन और वैक्सीन की कमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वैक्सीन की किल्लत काफी दिनों से बनी हुई है, इसको लेकर केंद्र की ओर से जल्द कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत है।