Tahawwur Rana Extradition News: मुंबई अटैक तहव्वुर राणा केस में नरेंद्र मान होंगे विशेष पब्लिक प्रॉसिक्यूटर

Last Updated:April 10, 2025, 08:16 IST
Tahawwur Rana Extradition News: मुंबई अटैक के आतंकी तहव्वुर राणा को फांसी तक पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने एडवोकेट नरेंद्र मान को विशेष पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त किया है. आतंकी कसाब को जैसे उज्जवल निकम ने अपन…और पढ़ें
तहव्वुर राणा को फांसी तक पहुंचाने के लिए सरकार ने नरेंद्र मान को विशेष पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त किया.
हाइलाइट्स
तहव्वुर राणा के खिलाफ वकील नरेंद्र मान नियुक्त.नरेंद्र मान पेश करेंगे तहव्वुर राणा के खिलाफ सबूत.तहव्वुर राणा को कसाब जैसा अंजाम देने की तैयारी.
Tahawwur Rana Extradition News: मुंबई अटैक के आतंकी अजमल कसाब के गुनाहों का हिसाब हो चुका है. उसे फांसी के तख्त तक पहुंचाने में उज्ज्वल निकम ने बड़ी भूमिका निभाई थी. अब मुंबई अटैक का एक और गुनहगार तहव्वुर राणा भारत आ रहा है. ऐसे में सवाल है कि उस फांसी के फंदे तक कौन पहुंचाएगा? अगर आपके मन में भी यही सवाल है तो इसका जवाब मिल गया है. सरकार ने ने उस वकील का नाम बता दिया है, जो तहव्वुर राणा को अपनी दलीलों से मौत के मुंह तक पहुंचाएगा. जी हां, भारत सरकार ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मामले की सुनवाई के लिए विशेष पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के रूप में एडवोकेट नरेंद्र मान को नियुक्त किया है. तहव्वुर राणा आज किसी भी वक्त भारत लैंड कर सकता है.
सरकार ने इस नियुक्ति की आधिकारिक घोषणा एक गैजेट नोटिफिकेशन के जरिए की है. केंद्र सरकार ने नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) एक्ट, 2008 और इंडियन सिविल डिफेंस कोड, 2023 के तहत एडवोकेट नरेंद्र मान को स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त किया है. वे एनआईए केस RC-04/2009/NIA/DLI की सुनवाई और इससे जुड़े मामलों को दिल्ली की एनआईए स्पेशल कोर्ट और अपीलीय अदालतों में देखेंगे. यह कदम मुंबई अटैक मामले में न्याय प्रक्रिया को और मजबूत करने की दिशा में उठाया गया है. 26 नवंबर 2008 को मुंबई में आतंकी हमला हुआ था. उस आतंकी हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों घायल हुए थे.
भारत सरकार ने 26/11 मामले की सुनवाई के लिए स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त किया.
तहव्वुर का होगा कसाब जैसा हाल?अब एडवोकेट नरेंद्र मान तहव्वुर राणा के खिलाफ अदालत में सबूत पेश करेंगे. उनके पेश किए गए सबूत से ही आतंकी तहव्वुर राणा के गुनाहों का हिसाब होगा. यह ठीक उसी तरह होगा, जैसे उज्जवल निकम ने कसाब के साथ किया था. उज्जवल निकम 26/11 मुंबई हमले के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर थे. उन्होंने अजमल कसाब के खिलाफ मजबूत सबूत पेश किए थे. उन्होंने हमले की साजिश, हथियारों और गवाहों के बयानों को कोर्ट में प्रभावी ढंग से रखा था. विशेष अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक उज्जवल निकम की दलीलों ने कसाब को 2012 में फांसी तक पहुंचाया.
कौन हैं नरेंद्र मान?अब उसी तरह की भूमिका वकील नरेंद्र मान को निभानी है. एडवोकेट नरेंद्र मान एक जानेमाने वकील हैं. उनके व्यापक कानूनी अनुभव और आपराधिक मामलों में दक्षता के आधार पर उन्हें मुंबई अटैक केस में चुना गया है. उनकी नियुक्ति से यह उम्मीद जताई जा रही है कि मामले में अभियोजन पक्ष और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत होगा. 26/11 मामले में एकमात्र जीवित आतंकी अजमल कसाब को 2012 में फांसी दी जा चुकी है, लेकिन इस हमले से जुड़े अन्य पहलुओं और साजिशकर्ताओं की जांच अभी भी जारी है. तहव्वुर राणा के खिलाफ पेश सबूत से पाकिस्तान का भी चेहरा बेनकाब हो सकता है.
Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
April 10, 2025, 08:00 IST
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कसाब को उज्ज्वल ने फांसी तक पहुंचाया तो तहव्वुर को कौन? सरकार ने बताया नाम