स्कूल यूनिफॉर्म बदलने पर गरमायी सियासत, बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा Rajasthan News-Jaipur News-BJP targets Gehlot government on-indication of changing school uniform– News18 Hindi

पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार के पास शिक्षा के नाम पर उपलब्धियां नहीं है. ऐसे में अब ड्रेस के रंग में बदलाव का काम किया जा रहा हैं. देवनानी के मुताबिक तीन साल में ही ड्रेस के रंग में बदलाव करने से आखिर क्या हासिल होने वाला है. देवनानी ने रंग बदलने को लेकर शिक्षा राज्यमंत्री डोटासरा पर राजनीति करने के आरोप लगाए.
बीजेपी सरकार ने बदला था रंग
उल्लेखनीय है कि साल 2017 में पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार ने स्कूली ड्रेस में करीब बीस साल बाद बदलाव किया था. उस समय छात्रों के लिए आसमानी रंग का शर्ट तथा खाकी रंग के पेंट और छात्राओं के लिए सफेद सलवार तथा आसमानी रंग का कुर्ता था बीजेपी सरकार ने उसे बदलकर कत्थई रंग की पेंट और हल्के भूरे रंग के शर्ट में तब्दील कर दिया गया था. जबकि छात्राओं के लिए सलवार, स्कर्ट और चुन्नी कत्थई रंग की तथा कुर्ते का रंग हल्के भूरे रंग का किया था.
बीजेपी ने बदलाव कर यह कहा था
इस बदलाव के दौरान बीजेपी सरकार की ओर से कहा गया था कि सरकारी स्कूल के स्टूडेंट्स प्राइवेट स्कूल के विद्यार्थियों से कमतर नहीं लगें इसलिए बदलाव किया गया है. उस समय विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने आरएसएस से संबंधित ड्रेस का रंग चुना है. तब से ही स्कूल यूनिफॉर्म का यह का रंग कांग्रेस नेताओं को सुहा नहीं रहा था. शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कार्यभार संभालते भी इसी तरह का एक बयान सबसे पहले दिया था. इसके बाद बीजेपी शासन में किए गए निर्णयों में कुछ बदलाव भी किए गए.
स्कूल यूनिफॉर्म में बदलाव को लेकर डोटासरा ने दिये थे संकेत
उल्लेखनीय है कि शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बीते दिनों स्कूल यूनिफॉर्म के रंग में बदलाव को लेकर संकेत दिए थे. डोटासरा का कहना था कि इस मामले में गठित कमेटी जल्द निर्णय लेगी. आपको यह भी बात दें कि साल 2017 से पहले भी स्कूल यूनिफॉर्म में बदलाव हुआ था. 1996-97 में सफेद शर्ट और खाकी पेंट का चलन था. उसमें बाद में शर्ट के रंग में बदलाव कर उसे आसमानी कर दिया गया था.