TB patient medicine come from America in Pali government will import

Last Updated:March 26, 2025, 13:36 IST
पाली जिले में टीबी रोगियों का आंकड़ा घट रहा है. वर्तमान में जिले में 1921 टीबी रोग की दवा ले रहे हैं. जिन्हें सरकार की निक्षय पोषण योजना के तहत एक हजार की सहायता राशि भी उपलब्ध करवाई जा रही है. X
अमेरिका से आएगी टीबी मरीजों के लिए यह खास दवा
हाइलाइट्स
टीबी मरीजों के लिए अमेरिका से प्रीटोमैनिड दवा आएगी.पाली में हर साल टीबी से 85 मौतें होती हैं.2030 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य है.
पाली:- पाली जिले में टीबी के बढ़ते प्रकोप और इससे होने वाली मौतों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से सरकार ने अब निर्णय लिया है. इसके लिए बकायदा अमेरिका से एक दवाई को इम्पोर्ट किया जाएगा, जो टीबी से ग्रसित मरीजों की इम्युनिटी को बढ़ाने के साथ ही इस बीमारी पर रोक लगाने का काम करेगी. पाली जिले में हर साल टीबी से करीब 85 लोगों की मौत हो रही है. उसी के चलते इसपर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है.
इस दवाई को लेने के 15 दिन के भीतर मरीज से कोई दूसरा व्यक्ति संक्रमित नहीं होगा और 6 महीने नियमित दवा लेने पर मरीज भी जानलेवा टीबी रोग से मुक्त होकर सामान्य लोगों की तरह जीवन जी सकेगा. सीएमएचओ डॉ. विकास मारवाल की मानें, तो नए रेजिमेंट बीपीएएलएम ( BPaLM) ने नई दवा प्रीटोमैनिड को शेड्यूल में शामिल कर दिया गया है, जिसको अमेरिका से मंगवाया जा रहा है.
2030 तक देश को टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य सीएमएचओ डॉ. विकास मारवाल ने की मानें, तो पाली जिले में टीबी रोगियों का आंकड़ा घट रहा है. वर्तमान में जिले में 1921 टीबी रोग की दवा ले रहे हैं. जिन्हें सरकार की निक्षय पोषण योजना के तहत एक हजार की सहायता राशि भी उपलब्ध करवाई जा रही है. वर्ष 2030 तक देश को टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि टीबी पर काबू पाने का राज्य का सक्सेस रेट 85 प्रतिशत है, जबकि पाली का 92 प्रतिशत है.
जल्द पाली में उपलब्ध होगी अमेरिका की यह दवासीएमएचओ ने बताया कि नए रेजिमेंट BPaLM ने नई दवा प्रीटोमैनिड उपलब्ध को शेड्यूल में शामिल कर दिया गया है, जो जल्द ही पाली में भी उपलब्ध होगी. यह दवा सरकार संभवत: अमेरिका से मंगवा रही है. जो महंगी है और बाहर दवाइयां की शॉप पर नहीं मिलेगी. इस दवा को टीबी के गंभीर रोगियों को दिया जाएगा. इस दवा से छह माह में एमडीआर टीबी के मरीज ठीक हो सकेंगे. वर्तमान में 9 एवं 18 माह एमडीआर टीबी मरीज का इलाज चलता है.
85 लोग हर साल गवा रहे टीबी से जान गौरतलब है कि पाली जिले छोटे से जिले में हर साल टीबी से करीब 80 से 85 लोगों की मौत हो रही है. इसका प्रमुख कारण टीबी रोगियों का नियमित दवा नहीं लेना सामने आया है. सरकार अब इसको लेकर गंभीर है और वर्ष 2030 तक पूरे देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है. वहीं पाली जिले की बात करें, तो पाली में भी टीबी रोगियों का आंकड़ा कम होता जा रहा है. ऐसे में इस दवा के आने के बाद यह आंकडा और ज्यादा कम हो जाएगा.
First Published :
March 26, 2025, 13:36 IST
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पाली में इन मरीजों के लिए अमेरिका से आएगी एक दवाई, सरकार कराएगी इम्पोर्ट