Techbooz Consultancy’s new idea of startup funding led by Subhashish | स्टार्ट अप की सहायता कर रही ‘सुभाषिश कर’ की ‘टेकबूज कंसल्टेंसी’

21.5 प्रतिशत से अधिक नए व्यवसाय पहले वर्ष में विफल हो जाते हैं और लगभग 30 प्रतिशत दूसरे वर्ष के भीतर विफल हो जाते हैं। इस स्थिति और भारतीय स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र में क्षमता के जवाब में उद्यमी सुभाषिस कार ने शुरुआती चरणों में स्टार्ट-अप की सहायता के लिए टेकबूज़ कंसल्टेंसी बनाई।
जयपुर
Published: February 18, 2022 11:38:04 pm
जयपुर। हाल के वर्षों में बड़े फंडिंग, समेकन प्रयासों, विकासशील प्रौद्योगिकी और बढ़ते स्थानीय बाजार जैसे कारकों के कारण भारतीय स्टार्टअप (Indian Startup) पारिस्थितिकी तंत्र आसमान छू गया है। वर्ष 2014 में 3000 से अधिक स्टार्टअप से 2020 तक अनुमानित कुल 11000 से अधिक, डेटा दिखाता है कि यह एक गुजरने वाला रुझान नहीं है। भारतीय व्यवसायी धीरे-धीरे स्टार्ट-अप संस्कृति की विघटनकारी क्षमता को पहचान रहे हैं और खुले हाथों से इसका स्वागत कर रहे हैं। यूनिकॉर्न को पौराणिक जीव माना जाता है, फिर भी भारत में स्टार्ट-अप यूनिकॉर्न (start-up unicorn) अब पौराणिक या दुर्लभ नहीं हैं। टेकबूज एडवाइजरी (Techbooze Consultancy) एक सेवा-आधारित स्टार्टअप कंसल्टेंसी संगठन है, जो स्टार्टअप (start-up) वातावरण को पेशेवर सेवाएं देता है।

स्टार्ट अप की सहायता कर रही ‘सुभाषिश कर’ की ‘टेकबूज कंसल्टेंसी’
21.5 प्रतिशत से अधिक नए व्यवसाय पहले वर्ष में विफल जानकारों के अनुसार 21.5 प्रतिशत से अधिक नए व्यवसाय पहले वर्ष में विफल हो जाते हैं और लगभग 30 प्रतिशत दूसरे वर्ष के भीतर विफल हो जाते हैं। इस स्थिति और भारतीय स्टार्ट-अप (start-up) पारिस्थितिकी तंत्र में क्षमता के जवाब में उद्यमी सुभाषिस कर ने शुरुआती चरणों में स्टार्ट-अप की सहायता के लिए टेकबूज़ कंसल्टेंसी (Techbooze Consultancy) बनाई। उभरते हुए स्टार्ट-अप (start-up) को अक्सर अपने व्यवसायों में कर्षण स्थापित करने के लिए एंजेल निवेशकों और उद्यम पूंजीपतियों से धन प्राप्त करना मुश्किल होता है। टेकबूज़ कंसल्टेंसी (Techbooze Consultancy) अपने ग्राहकों के लिए धन उगाहने के सभी क्षेत्रों को संभालती है, जिससे एक सुगम धन उगाहने की प्रक्रिया सुनिश्चित होती है।
भारत के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की मदद
Techbooze Consultancy भारत में स्थित है और 53 देशों में संचालित होती है। वे अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से नकदी की भर्ती करके भारत के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की मदद करना चाहते हैं। उनकी विकास सहायता सेवाएँ, जैसे कंपनी नियोजन, व्यवसाय विस्तार, और कॉर्पोरेट पुनर्गठन, अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में स्टार्ट-अप की सहायता करती हैं।
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