कड़ाके की ठंड से कंपकंपाया थार का द्वार, कोहरे ने रोकी वाहनों की रफ्तार तो तापमान में भी गिरावट

चूरू: थार का द्वारा कहे जाने वाला चूरू बुधवार को कोहरे के आगोश में रहा. कोहरे की चादर के बीच सड़कों पर वाहन लाइटों के सहारे रेंगते दिखे. सुबह 10 बजे तक सूर्य भगवान ने यहां दर्शन नहीं दिए जिसके चलते जगह -जगह लोग चाय के स्टालों और दुकानों के बाहर अलाव जलाकर खुद को गर्म करते दिखे. कड़ाके की सर्दी के बीच राज्य सरकार ने 25 दिसंबर से स्कूली बच्चों की छुट्टियों के आदेश जारी कर दिए हैं, जिससे बच्चों को इस कड़ाके की सर्दी में राहत मिलेगी. वहीं कामकाजी लोगों को सुबह -सुबह ठिठुरन भरी सर्दी में दफ्तर जाने के लिए घरों से बाहर निकलना पड़ा. एक दिन पहले हुई मावठ की बारिश के बाद पिछले दो दिनों से यहां दिन भर कोहरा छाया रहता है और शीतलहर नस्तर की तरह चुभ रही है. सर्दी के चलते अस्पताल में भी श्वास और खांसी जुखाम के रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है.
1 दिन में न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो राजस्थान में फिर से बारिश का दौर शुरू होगा और नए वेस्टर्न डिस्टरबेंस के सक्रिय होने से प्रदेश के कई हिस्सों में कोहरा और बादल छाए रहेंगे. गर्जनाओं के साथ हल्की बारिश भी हो सकती है. मंगलवार को यहां मौसम केंद्र चूरू ने 9.5 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया और अधिकतम तापमान 18.4 डिग्री दर्ज किया. एक ही दिन में करीब 3 डिग्री की गिरावट के साथ यहां बुधवार को न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री दर्ज किया गया. अंचल के तापमान में उतार चढ़ाव के बीच खेत-खलियानों में पक्षियों के लिए रखे पानी के परातों में बर्फ जम गई. बाइक और कार के शीशों पर ओस की बूंदों का कब्जा रहा. कृषि विभाग के अधिकारियों की मानें, तो मावठ की बारिश के बाद चने, सरसों, गेहूं, जौ और इसबगोल की फसल को लाभ मिलेगा.
FIRST PUBLISHED : December 25, 2024, 11:22 IST