Rajasthan

कमाल की घड़ी! बच्चे के जन्म लेते ही निकाल देती है कुंडली, राशि और नक्षत्र की गणना करने में भी है सक्षम

बीकानेर. आमतौर पर घरों में लोग अंग्रेजी तरीके से समय देखने के लिए दीवारों पर घड़ी लगाते हैं. जिससे समय का पता चल सके. लेकिन, बीकानेर में एक अनोखी घड़ी है, जो व्यक्ति के वास्तविक जीवन के बारे में बता देती है. यह घड़ी एक तरह से ज्योतिष का काम करती है. यह घड़ी व्यक्ति की राशि और नक्षत्र के बारे में बताती है. एक तरह पूरी कुंडली बना देती है.

पहले लोग इस घड़ी को देखकर ही कुंडली बना देते थे. हालांकि अब यह घड़ी चलती नहीं है, फिर बीकानेर के गोपाल इसको संभाले हुए हैं. वे बताते है कि यह घड़ी दोबारा चल सकती है. लेकिन, इस घड़ी की सुइयां नहीं मिल रही है, अगर मिल जाए तो यह घड़ी चल सकती है.

250 से 300 साल पुरानी है लकड़ी की यह घड़ी

गोपाल व्यास ने बताया कि यह घड़ी 250 से 300 साल पुरानी है और लकड़ी की बनी हुई है. अगर कोई बच्चा जन्म लेता है, तो उसकी जन्म कुंडली बनाने के लिए यह घड़ी काम आती है. जब बच्चा जन्म लेता है, तो समय के अनुसार लग्न निकलता है और कुंडली बनती है. यह लग्न सूर्य के द्वारा मापा जाता है. जिस समय सूर्य अपनी स्व राशि में होता है, तो उसी राशि के अनुसार लग्न चलता है. अभी सूर्य कन्या राशि में है, तो उसके अनुसार लग्न निकाला जाएगा. एक लग्न करीब डेढ़ घंटे तक चलता है. इस घड़ी में सूर्य, सभी राशि और सभी नक्षत्र है, तो उस समय को देखते हुए बच्चे की कुंडली बनाई जाती है. जिस तरह सूर्य घूमता है,उसी प्रकार लग्न भी घूमता है.

घड़ी में है राशि से लेकर नक्षत्र तक की आकृति

व्यास ने बताया कि इस घड़ी की बीच में भगवान सूर्य हैं, जो रथ पर सवार है. इसके बाद इस घड़ी पर गोल घेरे के चारों तरफ राशियाें की आकृति बनाई गई है. इनमें मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ, मीन  राशि दिखाई गई है. इसके अलावा इस घड़ी में समय के लिए एक से 12 तक संख्या भी दर्शाई गई है. इन राशियों के बाद गोल घेरे में 28 नक्षत्र भी आकृति सहित दर्शाए गए है. इनमें अश्वनी, भरणी, कृतिका, रोहिणी ब्रह्मा, मृगशिरा, आर्दा, पुनर्वसु, पुष्य, अश्लेषा, माघ, पूर्वाफाल्गुनी,  उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढा, उत्तराषाढा, अभिजित, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवते है. इन नक्षत्र में अभिजीत नक्षत्र होता है, वो रोजाना आता है. यह नक्षत्र एक दिन में एक नक्षत्र आता है.

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj